डीह पुलिस ने हत्यारे पति और सुसरालवालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। गत को अभियुक्तों ने गर्भवती महिला को घर में ही जलाकर मार डाला तथा अवशेष को पास की नहर में फेंक दिया था। घटना के 6 दिन बाद को थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
मुखबिर की सूचना पर अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
इस मामले में जांच के दौरान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर अभियुक्तों को आज डीह थाना क्षेत्र के मटियरवा चौराहे से गिरफ्तार किया।अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद राय ने बताया कि मृत गर्भवती महिला उर्मिला (27) की गुमशुदगी की तहरीर पति रविन्द्र कुमार द्वारा 10 जनवरी को थाने पर दी गई।
मृतक के बहन ने दिया बयान
इस बीच मृतका की बहन विद्या देवी को भनक लगी तो उसने पुलिस को अलग से एक तहरीर दी थी। बहन ने आरोप लगाया था कि पति रविन्द्र कुमार उसकी बहन उर्मिला पीटता था।को पति रविन्द्र कुमार, ससुर करमचंद्र, देवर संजीव कुमार उर्फ कल्लू व देवर ब्रजेश कुमार ने घर मे जान से मारकर अपनी चक्की के बगल में शव को जला दिया। मृतका की बहन विद्या देवी ने पुलिस को बताया था कि उसकी बहन के दो बेटियां सारिका(7) व राधिका (4) वर्ष है।
थानाध्यक्ष ने घटनास्थल का निरीक्षण किया
बेटी सारिका से बहन की हत्या की बात पता चली है। विद्या ने बताया कि उसकी बहन गर्भवती थी। इसके बाद सीओ सलोन विनीत सिंह व थानाध्यक्ष जेपी यादव ने घटनास्थल का निरीक्षण किया था।फोरेंसिक टीम को बुलवाया गया। फोरेंसिक टीम की डॉ. प्रतिभा ने घटनास्थल पर जाकर साक्ष्य संकलन किया। पता चला था कि सुसरालवालों ने साक्ष्य मिटाने के लिए शव के अवशेष को नहर में फेंक दिया था।
पुलिस ने पति, ससुर और देवर को किया गिरफ्तार
इस पर पुलिस युद्ध स्तर पर खुलासे के लिए जुट गई। बुधवार को पुलिस टीम को सफलता हाथ लगी। मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने डीह थाना क्षेत्र के मटियरवा चौराहे से भागने के फिराक में खड़े पति, ससुर और देवर को गिरफ्तार किया गया।
मृतका के बहन की तहरीर पर पति, ससुर तथा उऩके दो देवरों पर हत्या करके शव जलाने का मामला दर्ज कराया गया था, इस मामले में सभी का चालान कर जेल भेजा दिया गया है।