लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज उनके सरकारी आवास पर उ.प्र. राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जसवन्त सैनी और अन्य सदस्यों ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की नीति के अनुरूप समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है।
शासकीय भर्तियों की प्रक्रिया को पूरी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ, आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए, क्रियान्वित किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा संचालित छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजनाओं का भरपूर लाभ अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि समाज के गरीब, कमजोर व वंचित वर्गों के व्यक्तियों के हितों को संरक्षित करने का कार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने का ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। इससे पिछड़े व कमजोर वर्गों के उत्थान में सहायता मिल रही है। उन्होंने कहा कि समाज के पिछड़े व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। इसके लिए पिछड़े वर्गों के उत्थान हेतु लागू योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाए।
इस अवसर पर उ. प्र. राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जसवन्त सैनी ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शासकीय योजनाओं के माध्यम से अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण व उत्थान में मदद मिली है। उन्होंने आयोग की कार्यप्रणाली के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा कि प्राप्त शिकायतों का निस्तारण त्वरित गति से किया जा रहा है।