लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव Shivkaran शिवकरण सिंह ने कल अयोध्या में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के सन्दर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि धर्मनगरी अयोध्या में लाखों श्रद्धालु और राजनैतिक लोगों की उपस्थिति में कानून व्यवस्था एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखना राज्य सरकार का परम दायित्व है क्योंकि धर्म स्थल पर किसी प्रकार का कोई नया विवाद उत्पन्न नहीं होना चाहिए। अयोध्या में आयोजित होने वाली 14 कोसी परिक्रमा लाखों श्रद्धालुओं का केन्द्र होता है ऐसी स्थिति में यदि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था होती है तो श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी और संतों और महंतो के द्वारा आयोजित होने वाली धर्म संसद में भी अस्वाभाविक व्यवधान आयेगा जिससे उनकी आत्माओं को असंतोष होगा।
Shivkaran : विवादित भाषण देने वालों को ..
श्री सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र से पधारने वाले नेताओं को इस अवसर पर संयम से काम लेने की आवष्यकता रहेगी क्योंकि उन्होंने अपने भाषणों में सदैव उत्तर भारतीयों का अपमान ही किया है। हमारा देश विभिन्न धर्मो और संस्कृतियों का देश है, यहां की गंगा जमुनी तहजीब सम्पूर्ण विश्व में विख्यात है।
राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि परिक्रमा में विशेष रूप से किसानों की भागीदारी सबसे अधिक रहती है। इस परिक्रमा में व्यापारी वर्ग के साथ साथ लगभग सभी देशों के नागरिकों की उपस्थिति एवं श्रद्धा देखने को मिलती है। ऐसे अवसरों पर विवादित भाषण देने वालों को अपने भाषणों में परिवर्तन करना चाहिए। जो लोग उत्तर भारतीयों को महाराष्ट्र में प्रवेश पर रोक लगाते हैं उनके यहां आने पर उत्तर भारत के लोग जाहिर है कि विरोध प्रदर्षित करेंगे।