• पेड़ ही प्राण हैं, पेड़ो को मिलें अधिकार,पेड़ों को भी जीवित व्यक्ति माना जाना चाहिए- नवीन दीक्षित
• कालिनपुरवा के काली मंदिर परिसर में पर्यावरण मित्र नवीन ने लोगों संग रोपे पौधे
औरैया। रूरा कानपुर देहात लगातार घट रही पेड़ों की संख्या और बढ़ रही जनसंख्या से एकमात्र जीवन धारी ग्रह हमारी पृथ्वी लगातार गर्म हो रही है। परिणाम स्वरूप अनेक जीव जंतु विलुप्त होते जा रहे हैं। बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग से जीवन संकट में होता जा रहा है। इसलिए समय रहते अधिकाधिक पौधारोपण करके इस नीले ग्रह को बचाना हम सब की सामाजिक जिम्मेदारी है।
पेड़ केवल पेड़ नहीं हैं बल्कि प्राण हैं पेड़ो में जीवन है पेड़ो से जीवन है। इसलिए पेड़ों को बचाने के लिए पेड़ों को जीवित व्यक्ति की तरह अधिक मिलने चाहिए लोकतंत्र में मांग करना हर नागरिक का अधिकार है।
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उक्त बात राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त पर्यावरण मित्रp नवीन कुमार दीक्षित ने कालिनपुरवा के काली मंदिर परिसर में बेलुआ और नीबू के पौधे रोपित करते हुए कही।
पौधारोपण में सहयोग कर रहे इन्द्र पाल कुशवाहा ने कहा कि जमीन के नीचे का जल पौधों के लिए और जमीन के ऊपरी सतह पर पाया जाने वाला जल जीव जंतुओं के लिए होता था। जल संचयन एवं भोजन बर्बादी रोक करके पर्यावरण संरक्षण की महती आवश्यकता है। इस अवसर पर संतोष कुशवाहा आदि उपस्थित थे।