तीर्थनगरी मथुरा में 15 से 22 जुलाई तक मुड़िया मेले का आयोजन होना है। शनिवार को इसको लेकर बैठक गोवर्धन में आयोजित हुई। बैठक में हिस्सा लेने के लिए सांसद हेमा मालिनी और कैबिनेट मंत्री भी पहुंचे थे। इसी बीच एक पीड़ित अपनी समस्या लेकर सांसद से मिलने पहुंचा।
तहसीलदार ने उसे फटकार लगाई और बिना मिले ही भगा दिया। वहीं कुछ अन्य महिलाएं अपनी समस्या लेकर पहुंची। उन्हें भी नहीं मिलने दिया गया। लेकिन, वह बाहर इंतजार करती रहीं। सांसद के बैठक से निकलते ही उनके पैरों में गिर गईं।
प्रशासन ने नाकामी छिपाने के लिए फरियादियों को सांसद हेमा मालिनी से नहीं मिलने दिया। बैठक के बाद जब वह बाहर निकलीं तो महिला फरियादी हेमा मालिनी के पैरों में गिर पड़ीं। अपनी पीड़ा सुनाने लगी। इससे प्रशासन की कारगुजारी की पोल खुल गई। महिलाओं ने डीएम, एसडीएम का घेराव कर लिया। एसडीएम को जमकर खरी खोटी सुनाई। डीएम जिम्मेदारियों से बचते नजर आए।
पैंथा के वृद्ध फरियादी की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। वह सांसद से मिलने तहसील पहुंचा। उसे वहां तहसीलदार ने मिलने नहीं दिया। फटकार लगाकर भगा दिया। पीड़ित ने लेखपाल रामकुमार पर छह हजार रुपए लेकर कब्जा कराने का आरोप लगायाराधाकुंड की महिलाएं कॉलोनी में विद्युत लाइन डलवाने की मांग लेकर पहुंची। उन्हें मिलने नहीं दिया। महिलाएं सांसद के निकलते ही पैरों में गिर गईं।
सांसद हेमा मालिनी ने बताया कि कुछ महिलाएं समस्या लेकर आईं हैं। मैं मुड़िया मेला की व्यवस्था बनाने के लिए प्रशासन के साथ बैठक करने आई हूं। महिलाओं की परेशानी के निस्तारण के लिए डीएम को बताया है। परेशानी नहीं होने दी जाएगी।