अमेरिका (America) ने अपने एक ही बयान से चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) दोनों की बखिया उधेड़ कर रख दी है। साथ ही मानवाधिकार पर बार-बार रोने वालों पर सवाल भी खड़े किये हैं। अमेरिका ने कहा है चीन में 10 लाख से ज्यादा मुसलमानों (Muslims) पर अत्याचार किये जा रहे हैं। लेकिन वो पाकिस्तान जो अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के लिए दहाड़ें मार-मार का रोता है वो अब क्यों चुप है।
अमेरिका (America) ने अपने एक ही बयान से चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) दोनों की बोलती बंद कर दी है। साथ ही अमेरिका (America) ने मानवाधिकार पर बार-बार रोने वालों पर सवाल भी खड़े किये हैं। अमेरिका (America) ने कहा है चीन (China) में 10 लाख से ज्यादा मुसलमानों (Muslims) पर अत्याचार किये जा रहे हैं। लेकिन वो पाकिस्तान (Pakistan) जो अल्पसंख्यकों मुसलमानों (Muslims) पर अत्याचार के लिए दहाड़ें मार-मार का रोता है वो अब क्यों चुप है। अमेरिका (America) ने प्रत्यक्ष और परोक्ष दोनों तरह से पाकिस्तान (Pakistan) पर आरोप लगाया कि चीन (China) से मिल रहे कर्जे के कारण पाकिस्तान (Pakistan) को चीन (China) में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार दिखाई नहीं दे रहे हैं।