वंदे भारत की समय की पाबंदी और इसके अत्याधुनिक सिस्टम लापरवाह लोगों को सबक दे रहे हैं। कुछ ही रोज पहले बस्ती में वंदे भारत में सेल्फी की तमन्ना एक युवक को भारी पड़ गई।
सेल्फी लेने कोच में दाखिल हुआ युवक अभी उतर पाता इससे पहले ही ट्रेन की रवानगी का समय हो गया और ऑटोमेटिक दरवाजे बंद हो गए। मजबूरन युवक को अगले स्टेशन यानी अयोध्या तक यात्रा करनी पड़ी साथ ही जुर्माना भी भरना पड़ा।
11 जुलाई को एक यात्री के भाई को न चाहते हुए भी गोरखपुर से बस्ती तक सफर करना पड़ा, साथ ही करीब 400 रुपये का टिकट लेना पड़ा। बिलंदपुर के रहने वाले सत्यम भाई राकेश मोहन को वंदे भारत में छोड़ने गए थे। सत्यम को वंदे भारत को भीतर से देखने की उत्सुकता हुई। वह कोच में दाखिल हुए और देख ही रहे थे कि ट्रेन का समय हो गया। दरवाजे बंद होने के साथ ही ट्रेन चल पड़ी। सत्यम को बस्ती तक की यात्रा करनी पड़ी।
12 जुलाई को बस्ती पहुंची वंदे भारत में एक युवक सेल्फी लेने के लिए चढ़ गया। टीटीई के मना करने के बाद भी वह ई-क्लास कोच में दाखिल हो गया और सेल्फी लेने लगा। वह सेल्फी लेकरउतर पाता कि ट्रेन का समय हो गया और दरवाजे लॉक हो गए। ट्रेन मिनट भर में 110 की रफ्तार से दौड़ गई। करीब दो घंटे बाद ट्रेन जब अगले स्टॉपेज यानी अयोध्या स्टेशन पर पहुंची तो तब युवक उतर सका।