मोबाइल यूजर्स जब गूगल प्लेस्टोर पर किसी अच्छे एप्स को देखते हैं तो तुरंत उसे डाउनलोड कर लेते हैं, लेकिन अब अगर जल्दबाजी की तो आपके फोन में वायरस घुस सकता है। आए दिन ऐसे मैलवेयर के बारे में खबरें सुनने को मिलती है जो ऐप्स के जरिए यूजर्स के डेटा की चोरी करने के साथ ही उनके डिवाइस को नुकसान पहुंचाते हैं। पिछले महीने रिसर्चर्स ने प्ले स्टोर पर मौजूद 172 ऐप्स की पहचान की है जो खतरनाक मैलवेयर से इंफेक्टेड हैं। इसमें सबसे चिंता की बात यह है कि इन ऐप्स को 33.5 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड और इंस्टॉल किया गया है।
सब्सक्रिप्शन मैलवेयर का भी खतरा
स्लोवाकिया की आईटी सिक्यॉरिटी कंपनी ESET के मैलवेयर रिसर्चर लुकस स्टेफैंको द्वारा जुटाए गए डेटा के मुताबिक ऐसे कुल 48 ऐडवेयर है जिनसे इंफेक्टेड ऐप्स को कुल 33 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। प्ले स्टोर पर मिलने वाले दूसरे मैलवेयर में सब्सक्रिप्शन स्पैम, हिडेन ऐड्स और एसएमएस प्रीमियम सब्सक्रिप्शन सॉफ्टवेयर शामिल हैं।
गूगल ने ज्यादातर ऐप्स को हटाया
बता दें कि रिसर्चर्स द्वारा जारी किए गए इस डेटा को अभी केवल एक अनुमान के तौर पर देखा जा रहा है। असल में ये ऐडवेयर और मैलवेयर से इंफेक्टेड ऐप्स कितनी बार इंस्टॉल हुए हैं इस बारे में पक्के तौर पर कुछ भी कहना मुश्किल है। हालांकि, बताया जा रहा है कि यह संख्या 33 करोड़ से ज्यादा ही है। इसमें राहत की बात यह है कि गूगल ने इनमें से ज्यादातर ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया है।बता दें कि इसी साल जुलाई में गूगल ने प्ले स्टोर से उन 205 मलीशस ऐप्स को हटाया था जिन्हें 3 करोड़ 20 लाख बार डाउनलोड किया गया था। गूगल प्ले स्टोर पर मैलवेयर वाले ऐप्स लगातार सामने आ रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि गूगल को इन ऐप्स को मॉनिटर करने के लिए कड़ी पॉलिसी को अपनाना होगा। अभी की बात करें तो गूगल इन ऐप्स को रोकने में पूरी तरह कामयाब नहीं हो पा रहा।