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450 किलोमीटर के निवेदन मार्च में शामिल होंगे हजारों जनस्वास्थ्य रक्षक

लखनऊ। गंगा से गोमती चलो आवाह्न के साथ हजारों जनस्वास्थ्य रक्षक औद्योगिक क्षेत्र हापुड़ से राजधानी लखनऊ के लिए कुच करेंगे। मुद्दा है डेढ़ दशक से लम्बित बहाली शासनादेश का जो अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए शुरू हुआ था और उत्तर प्रदेश की वर्तमान योगी सरकार के कार्यकाल में समाधान की दिशा में बढ़ता हुआ नज़र आने लगा है इस पूरे अभियान को प्रारंभ से ही नेतृत्व दे रहे ऑल इंडिया कम्युनिटी हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव मनोज कुमार ने इसे निवेदन मार्च का नाम दिया है।

सचिवालय से लेकर सड़क तक आन्दोलन

मनोज के अनुसार उत्तर प्रदेश की वर्तमान योगी सरकार ने जनस्वास्थ्य रक्षकों की मांगों के औचित्य को स्वीकार करते हुए जब सारे जिलों में ग्राउण्ड सर्वे का काम पूरा करवा लिया है तो अब बहाली शासनादेश जारी क्यों नहीं किया जा रहा है,इस दिशा में योगी सरकार का ध्यान अपनी ओर दिलाने के लिए वर्षों से बहाली का इंतजार कर रहे जनस्वास्थ्य रक्षकों ने इस निवेदन मार्च का आयोजन किया है ताकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहाली शासनादेश को जल्द से जल्द जारी कराने की दिशा में गम्भीरता से निर्णय ले।

एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राम शरण झा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में जनस्वास्थ्य रक्षक हापुड़ ज़िले में पहुंच चुके हैं और 25 दिसम्बर की सुबह 11 बजे से यह जत्था बहाली शासनादेश की मांग को लेकर राजधानी लखनऊ की दिशा में आगे बढ़ेगा।राष्ट्रीय अध्यक्ष धनीराम सैनी इस अभियान को भारत में आज़ादी के बाद से होने वाले संगठित श्रमिक संघर्ष अभियानों में से एक मानते है सैनी के अनुसार डेढ़ दशक से न्यायालयों से लेकर विधानसभाओ के पटल तक जनस्वास्थ्य रक्षकों की मांगों को हर जगह उचित माना गया है और सचिवालय से लेकर सड़क तक इस आन्दोलन को सबका समर्थन मिला है फिर भी हजारों जनस्वास्थ्य रक्षक और स्वैच्छिक कार्यकर्ता सेवा बहाली की मांग लिए दर-दर भटक रहे हैं जबकि उनके भरोसे पर पूरे भारत की ग्रामीण आबादी को संक्रामक रोगों से बचाने और स्वास्थ्य जागरूकता पैदा करने जैसी महत्त्वपूर्ण ज़िम्मेदारियां मौजूद रही है।

ऑल इंडिया कम्युनिटी हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में यह निवेदन मार्च लगभग दो सप्ताहों में हापुड़ से लखनऊ की 450 लम्बी दूरी तय करेगा इस लिहाज़ से लगभग 25 से 30 किलोमीटर रोजाना पैदल चलकर जनस्वास्थ्य रक्षक उत्तर प्रदेश की राजधानी तक पहुँचेगे एक तरह से यह निवेदन मार्च अपने आप में एक अनोखा अहिंसक सत्याग्रह भी है और उत्तर प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार के वायदो की कसौटी भी जो ग्रामीण जनता का स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए तमाम योजनाओं का दावा प्रदेश की जनता से करती रही है देखना यह है कि ग्राउण्ड सर्वे पूरा होने के बाद जनस्वास्थ्य रक्षकों का यह निवेदन मार्च प्रदेश की वर्तमान सरकार से बहाली शासनादेश जारी कराने की दिशा में सोचने के लिए किस स्तर तक तैयार करता है।

इंडियन काॅफी हाउस में सम्पन्न हुई पत्रकार वार्ता में यह जानकारी प्रदेश सचिव चरण सिंह यादव द्वारा पत्रकारों को दी गई इस पत्रकार वार्ता में समाज के सभी वर्गों स्वयं सेवी संस्थाओं, राजनीति दलों और देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों से आग्रह किया गया कि करोड़ों भारतीयों के स्वास्थ्य से जुड़े इस महत्वपूर्ण लोक अभियान को अपना समर्थन देकर आगे बढ़ाये।

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