Lucknow। पंजाब नैशनल बैंक (Punjab National Bank) देश के अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, द्वारा उन्नत प्रशिक्षण संस्थान, सिविल लाइन्स, नई दिल्ली, में बैंक के समस्त राजभाषा अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय “अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन” (All India Official Language Conference) का आयोजन किया गया। उक्त सम्मेलन में बैंक के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत विभिन्न स्केल के लगभग 160 राजभाषा अधिकारी (160 official language officers) उपस्थित रहे।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि अंशुली आर्या, आईएएस सचिव राजभाषा, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, बैंक के कार्यपालक निदेशक कल्याण कुमार, देवार्चन साहू, (महाप्रबंधक राजभाषा), मनीषा शर्मा, सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) सहित अन्य उच्चाधिकारीगण उपस्थित रहे। विजेन्द्र सिंह चौहान, प्रोफेसर, ज़ाकिर हुसैन महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने प्रभावशाली वक्तव्य से राजभाषा अधिकारियों का मनोबल बढ़ाया।
सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग से राजेश श्रीवास्तव, संयुक्त निदेशक (नीति), केपी शर्मा, संयुक्त निदेशक, वित्तीय सेवाएं विभाग से धर्मबीर, उप निदेशक, केवल कृष्ण, पूर्व वरिष्ठ तकनीकी निदेशक, बालेन्दु शर्मा दाधीच, डायरेक्टर, माइक्रोसॉफ्ट ने राजभाषा अधिकारियों का मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर राजभाषा हिंदी के डिजिटल ऐप पीएनबी आरंभ के राजभाषा मॉड्यूल का शुभारंभ किया गया तथा त्रिभाषा एवं छः भाषाओं की बुकलेट का विमोचन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सचिव ने कहा कि हमें राजभाषा हिंदी के मौलिक प्रयोग को बढ़ाना चाहिए। पंजाब नैशनल बैंक राजभाषा के क्षेत्र में नवोन्मेषी कार्य कर रहा है, यह सराहनीय है। कल्याण कुमार, कार्यपालक निदेशक, पंजाब नैशनल बैंक, ने कहा कि, “हिंदी केवल राजभाषा ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर भी है। सरकारी कार्यों में इसकी प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करना हमारा दायित्व है। साथ ही मुख्य अतिथि एवं बैंक के उच्च कार्यपालकों द्वारा राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उच्चाधिकारियों को राजभाषा प्रेरणा पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया।“
इस राजभाषा सम्मेलन में बैंक के राजभाषा अधिकारियों को भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के राजभाषा संबंधी नवीनतम निर्देशों से अवगत करवाया गया। मनीषा शर्मा, विभागीय प्रमुख, राजभाषा विभाग ने पंजाब नैशनल बैंक में राजभाषा के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु किए गए उल्लेखनीय कार्यों का पीपीटी के माध्यम से प्रजेंटेशन दिया गया जिसकी गृह मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा सराहना की गई।