झारखंड के गढ़वा जिले में बेतला टाइगर रिजर्व के जंगल से सटे गांव में बाघ के घुस आने और खाना बना रही एक महिला को अपना निवाला बना लेने की घटना सामने आई है. वन विभाग के अधिकारियों ने गांव में जाकर घटना के संबंध में जानकारी ली और बाघ के आने से इनकार करते हुए इसे तेंदुए का हमला बताया. घटना के बाद ग्रामीण भयभीत हैं.
बताया जाता है कि रमकंडा थाना क्षेत्र के कुशवार गांव निवासी कलशिया देवी की झोपड़ी जंगल के करीब ही थी. वह खाने के लिए अपनी झोपड़ी में मांस पका रही थी. इसी बीच मांस की गंध सूंघते बाघ पहुंच गया और कलशिया पर हमला कर दिया. कलशिया बाघ के मुंह में चीखती- चिल्लाती रही और वह उसे नोंचते हुए जंगल की ओर जाने लगा. कलशिया की चीख- पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर जुट गए.
घटना के बाद बिलखते परिजन
लोगों ने देखा कि बाघ उसे जंगल की ओर ले जा रहा है. लोग जब तक कुछ करते तब तक बाघ उसे अपना निवाला बना कर भाग चुका था. लोगों को वहां केवल कलशिया का क्षत- विक्षत शव ही मिला. इस घटना के बाद पूरे गांव सहित आस पास के लोगों में दहशत व्याप्त है. बताया जाता है कि जहां घटना घटी है, वहां का जंगल बेतला टाइगर रिजर्व के जंगलों से जुड़ा हुआ है. इस कारण वहां के जानवर इलाके में आते रहते हैं.
बता दें कि कुछ माह पहले जिले के डंडई इलाके में एक तेंदुआ घुस आया था. तेंदुए ने कुछ लोगों पर हमला कर उन्हें जख्मी कर दिया, लेकिन कुछ देर बाद हिम्मत कर के लोगों ने उसे घेरा और मार डाला. अब आज के इस घटना को ही लें जहां एक महिला को बाघ ने अपना निवाला बना लिया. जंगली जानवर लगातार इस तरह के हमले किए जाने और सरकारी महकमे की ओर से कोई सुरक्षा नहीं मिलने के कारण लोगों में आक्रोश भी है.