चन्दौली। जनपद में आज योग दिवस के अवसर पर चन्दौली हस्पिटल के प्रबंधक डॉ ब्रिजेश कूमार वर्मा ने कहा कि योग एक प्राचीन कला है जो मन और शरीर को जोड़ती है। यह एक व्यायाम है जिसे हम अपने शरीर के तत्वों को संतुलित करने के लिए करते हैं । इसके अलावा, यह हमें निरोग, ध्यान ,और लम्बी आयु में मदद करता है।
इसके अलावा, योग हमें हमारे शरीर के साथ-साथ मन पर भी नियंत्रण रखने में मदद करता है। यह हमारे तनाव और चिंता से मुक्त करने के लिए एक बेहतरीन चैनल है। योग ने धीरे-धीरे लोकप्रियता हासिल की और अब यह दुनिया के सभी क्षेत्रों में फैला हुआ है। यह लोगों को सद्भाव और शांति में एकजुट करता है।
योग की उत्पत्ति
योग अनिवार्य रूप से भारत के उपमहाद्वीप में उत्पन्न हुआ। यह लगभग प्राचीन काल से है और योगियों द्वारा प्रदर्शन किया गया था। योग शब्द की उत्पत्ति एक संस्कृत शब्द से हुई है जो मूल रूप से संघ और अनुशासन का अनुवाद करता है।
पहले के दिनों में, हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म के अनुयायी इसका अभ्यास करते थे। धीरे-धीरे इसने पश्चिमी देशों में अपनी पैठ बना ली। जब से दुनिया भर के लोग अपने मन को शांत करने और अपने शरीर को फिट रखने के लिए योग करते हैं।
इसके अलावा, योग की इस लोकप्रियता के बाद, भारत दुनिया भर में योग के लिए जाना जाने लगा। दुनिया भर के लोगों ने योग के लाभों को महसूस करना शुरू कर दिया है। कई कार्यशालाएँ आयोजित की जाती हैं और अब ऐसे पेशेवर योगी भी हैं जो लोगों को इस प्राचीन अभ्यास को सिखाते हैं ताकि वे इसके बारे में जान सकें।
अगर हम इसे करीब से देखें तो योग के कई फायदे हैं। इसका नियमित रूप से अभ्यास करने पर आपको आराम मिलेगा। जैसे कि यह हमारे मन और शरीर से बीमारियों को दूर रखता है। इसके अलावा, जब हम कई आसन और प्राणायाम करते हैं, तो यह हमारे शरीर को मजबूत बनाता है और हमें शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करता हैं।
इसके अलावा, योग हमारे दिमाग को तेज करने और हमारी बुद्धि को बेहतर बनाने में मदद करता है। हम योग एवं प्राणायाम के माध्यम से उच्च स्तर की एकाग्रता प्राप्त कर सकते हैं और यह भी सीख सकते हैं कि अपनी भावनाओं को कैसे स्थिर किया जाए। यह हमें पहले की तरह प्रकृति से जोड़ता है और हमारे सामाजिक कल्याण को बढ़ाता है।
रिपोर्ट-अमित कुशवाहा