पूर्वोत्तर राज्यों में बीजेपी की शानदार बढ़त और सफलता के पीछे PM Modi के दमदार चुनावी अभियान और बीजेपी अध्यक्ष अमितशाह की चुनावी रणनीति को देखा जा रहा है।
- जिस तरह से पीएम मोदी के नेतृत्व में लोगों ने उनसे अपेक्षाएं की हैं।
- उस पर वह खरा उतर रहे हैं।
PM Modi पर भरोसा बरकरार
सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ आगे बढ़ रही केंद्र की मोदी सरकार से लोगों की कई उम्मीदेें पूरी होती दिख रही हैं। जिसका परिणाम है कि त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर राज्य में जहां पर शून्य से शुरू हुई बीजेपी ने आज सबसे ज्यादा सीटें हासिल की हैं। गुजरात चुनावों और राजस्थान-मध्य प्रदेश उपचुनाव नतीजों में विपक्ष की एकजुट होने के बाद भी अपना वर्चस्व बरकरार रखा।
- वहीं पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने त्रिपुरा में सीधे शून्य से सत्ता का सफर तय किया।
- भारतीय राजनीति के इतिहास में चुनावी सफलता हासिल करने के लिहाज से पीएम मोदी सबसे ताकतवर नेता माना जा रहा है।
- वह अब तक के देश के प्रति समर्पित नेताओं में सबसे अलग हैं।
पीएम मोदी, इंदिरा गांधी के बाद सबसे ताकतवर नेता
नरेंद्र मोदी जब से प्रधानमंत्री बने हैं, तब से पिछले चार सालों में 21 चुनाव हुए हैं। इनमें से बीजेपी ने 14 राज्यों में चुनावी जीत हासिल की है। वहीं इससे पहले इंदिरा गांधी ने इस तरह की चुनावी जीत का रिकार्ड अपने नाम दर्ज किया है।
- इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए 4 सालों में 19 चुनाव में 13 राज्यों में जीत हासिल की थी।
बीजेपी ने तोड़ रिकार्ड
बीजेपी का 2013 त्रिपुरा विधानसभा चुनावों में खाता भी नहीं खुला था। इसके 50 प्रत्याशियों में से 49 की जमानत जब्त हो गई थी। जिसके बाद पीएम मोदी के 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद बीजेपी से उनकी अगुआई में कुशल चुनावी अभियान चलाकर ‘चलो पलटाई’ के साथ ‘लेफ्ट’ की 25 सालों से काबिज सत्ता को पलट दिया।
- पीएम मोदी के करिश्माई नेतृत्व और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की जबरदस्त चुनावी रणनीति के चलते विपक्ष को मुंह की खानी पड़ी।