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‘लंबे समय तक हमारे साथ काम…’; भारतवंशी रिपब्लिकन नेता रामास्वामी के समर्थन से ट्रंप उत्साहित

अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति चुनाव 2024 कराए जाने हैं। इसी बीच अमेरिकी प्रांत न्यू हैंपशायर से बड़ी खबर सामने आई है। रिपब्लिकन नेताओं की रेस में आगे चल रहे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के रिपब्लिकन नेता विवेक रामास्वामी का समर्थन मिलने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि रामास्वामी का समर्थन दिखाता है कि वे लंबे समय तक उनके साथ काम करने वाले हैं। दिलचस्प है कि चुनाव से पहले कराए गए एक सर्वे के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेट प्रत्याशी बाइडन पर बढ़त बना सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि राष्ट्रपति बाइडन के वर्तमान कार्यकाल से जनता बहुत खुश नहीं है।


रामास्वामी का समर्थन सम्मान की बात
गौरतलब है कि अमेरिका में चार चरणों में होने वाले चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आयोवा कॉकस के चुनाव परिणाम आ चुके हैं। इसमें पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को बड़ी जीत मिलने की खबर है। जीत के बाद न्यू हैंपशायर के एटकिंशन में रैली करने पहुंचे ट्रंप ने रामास्वामी से मुलाकात कर उनके समर्थन के लिए आभार प्रकट किया। भारतीय-अमेरिकी नेता को धन्यवाद देते हुए ट्रंप ने कहा, रिपब्लिकन पार्टी (GOP) के नेता के रूप में रामास्वामी लंबे समय तक उनके साथ काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारतवंशी नेता का समर्थन पाना उनके लिए सम्मान की बात है।

ट्रंप ‘अमेरिका फर्स्ट देशभक्त’
रामास्वामी भी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल थे, लेकिन कॉकस चुनाव के बाद उनका जनाधार कमजोर साबित हुआ। व्हाइट हाउस की रेस में शामिल रामास्वामी आयोवा में चौथे नंबर पर रहे। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में पिछड़ने के बाद रामास्वामी ने ट्रंप के समर्थन का फैसला लिया। इससे ट्रंप की स्थिति और मजबूत हो गई है। रामास्वामी ने रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों और मतदाताओं को ‘अमेरिका फर्स्ट देशभक्त’ (America First patriot) नेता ट्रंप का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि ट्रंप से बेहतर कोई विकल्प नहीं है। लोगों को उनका समर्थन करना ही चाहिए। गौरतलब है कि ट्रंप और रामास्वामी अपने अभियान के दौरान पहले भी एक-दूसरे की तारीफ करते रहे हैं।

ट्रंप 21वीं सदी के ‘महानतम राष्ट्रपति’
रामास्वामी के अभियान की सराहना करते हुए ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह उनके साथ लंबे समय तक काम करने को तैयार हैं। ट्रंप ने भरोसा जताया है कि वह बहुत अच्छे रिपब्लिकन नेता साबित होंगे। बता दें कि ट्रंप के खिलाफ चार गंभीर आरोपों का मुखर विरोध करने वाले चुनिंदा नेताओं में भारतवंशी विवेक रामास्वामी का नाम सबसे आगे रहा है। रामास्वामी ने ट्रंप को 21वीं सदी का ‘महानतम राष्ट्रपति’ करार दिया। उन्होंने कहा था कि अगर वे राष्ट्रपति बनते हैं तो बाइडन के खिलाफ तमाम मामलों को निरस्त करना, पदभार ग्रहण करने के बाद पहला फैसला होगा।

आयोवा कॉकस का चुनाव परिणाम; बड़े अंतर से जीते ट्रंप
हालांकि, अमेरिकी राजनीति में ट्रंप और रामास्वामी का आमने-सामने आना भी खूब चर्चित रहा था। भारतवंशी रिपब्लिकन नेता पर अप्रत्याशित हमला करते हुए ट्रंप ने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव में उनका अभियान धोखाधड़ी है मतदाताओं को उनका समर्थन कर वोट बर्बाद नहीं करने चाहिए। ट्रंप की टिप्पणी पर रामास्वामी ने कोई आक्रामक तेवर नहीं दिखाने का फैसला लिया था। उनके समर्थन का असर रहा कि आयोवा कॉकस के 40 प्रतिनिधियों में 20 ट्रंप के साथ हैं। यहां कुल 56,250 वोट डाले गए, जिसमें ट्रंप ने 32,840 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। फ्लोरिडा के गवर्नर को रॉन डेसेंटिस आठ प्रतिनिधियों के वोट साथ दूसरे स्थान पर रहे। संयुक्त राष्ट्र की पूर्व राजदूत निक्की हेली सात प्रतिनिधियों के समर्थन के साथ तीसरे नंबर पर रहीं।

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