रायबरेली। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि टीबी (क्षयरोग) एक घातक संक्रामक रोग है, जो कि माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु की वजह से होती है। टीबी (क्षयरोग) आमतौर पर ज्यादातर फेफड़ों पर हमला करता है, लेकिन यह फेफड़ों के अलावा शरीर के अन्य भागों को भी प्रभावित कर सकता है। यह रोग हवा के माध्यम से फैलता है। 2035 तक टीवी की बिमारी खत्म हो जायेगी। देश के प्रधानमंत्री जी द्वारा टीवी की बीमारी को 2025 तक ही पूरी तरह से नष्ट कर देने की घोषणा की गई है।
हम सभी लोगों का दायित्व है कि 24 मार्च को मनाये जाने वाले विश्व क्षयरोग दिवस पर घर-घर टीवी के लक्षणों की पहचान करने वाले लोगों को जानकारी दें टीवी का इलाज सरकार द्वारा घर-घर जाकर किया जा रहा है। टीवी के मरीज को मुफ्त इजाल के साथ ही 500 रू प्रतिमाह पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जाता है। जब क्षयरोग से ग्रसित व्यक्ति खांसता, छींकता या बोलता है तो उसके साथ संक्रामक ड्रॉपलेट न्यूक्लीआई उत्पन्न होता है, जो कि हवा के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद में पंजीकृत क्षयरोगियों के रोग मुक्त होने की सफलता 88 प्रतिशत है। वर्ष 2020 में पंजीकृत क्षयरोगी 3132 तथा वर्ष 2021 में अबतक 896 क्षयरोगी पंजीकृत किये जा चुके है। ब्लाक स्तर पर स्थापित ट्यूबरक्लोसिस यूनिट 13 क्षयरोगियों की जांच हेतु उपलब्ध माईक्रो स्कोपी केन्द्र 27, सीबीनाॅट केन्द्र 02 (जिला क्षयरोग केन्द्र जिला अस्पताल एवं सीएचसी लालगंज) ट्रूनाॅट केन्द्र 07 सीएचसी खीरो, बछरावा, ऊँचाहार, नसीराबाद, डलमऊ, सलोन एव जिला अस्पताल है।
मुख्य चिकित्सालय सीएमओं द्वारा जानकारी के समय डा. दिलीप सिंह, एसीएमओं डा. शमस रिजवान, डिप्टी डीएलओं करूण शंकर, डीएस अस्थाना सहित डीडी सूचना प्रमोद कुमार व बड़ी संख्या में मीडिया बन्धु उपस्थित थे।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा