आपकी रसोई में रखे बहुत से मसालों के बीच एक मसाला है हल्दी, जिसके बिना आपका भोजन नीरस एवं बदरंग हो जाएगा। विश्व में हल्दी की लगभग सत्तर किस्में चलन में हैं। इनमें से लगभग तीस किस्में हमारे देश में ही उगाई जाती हैं। हल्दी हमारे भोजन का तो एक प्रमुख अंग है ही लेकिन क्या आप जानते हैं कि हल्दी में अनेक औषधीय गुण भी होते हैं।
हार्ट अटैक का खतरा कम करे
हल्दी का सेवन करने से हृदय रोग में भी बहुत फायदा मिलता है और अगर आपके घर में भी कोई हृदय रोग से परेशान है तो उसके डाइट में हल्दी जरूर शामिल करें। वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार सर्जरी के बाद आने वाले हार्ट अटैक के खतरे को हल्दी के सेवन से काफी हद तक टाला जा सकता है। हृदय रोगी इसका सेवन रात में सोने से पहले दूध के साथ भी कर सकते हैं।
जुकाम में हल्दी के फायदे
हल्दी की तासीर गर्म होने की वजह से जुकाम में इसका सेवन करना फायदेमंद रहता है। हल्दी के धुंए को रात के समय सूंघने से जुकाम जल्दी ठीक होता है। हल्दी सूंघने के कुछ देर बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए।
रक्त शोधन
आयुर्वेद में हल्दी को रक्त शोधन में महत्वपूर्ण बताया गया है। हल्दी के सेवन से रक्त शोधित होता रहता है। इसे खाने से रक्त में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और इससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। पतला होने के बाद रक्त का धमनियों में प्रवाह बढ़ जाता है, जिससे व्यक्ति को हृदय संबंधी परेशानियां नहीं होती।
पाचन के लिए हल्दी का उपयोग
पाचन संबंधी समस्या कभी भी और किसी को भी हो सकती है। ऐसे में हल्दी का उपयोग न सिर्फ गैस और पेट फूलने की परेशानी से राहत दिला सकता है, बल्कि इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और पाचन संबंधी समस्याओं से भी राहत दिलाने में सहायक हो सकता है।