गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दशहरे के दिन एक युवक की जान बचा ली. दो आरोपियों ने दशहरे के दिन एक युवक की हत्या की प्लानिंग की थी, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया. साथ ही पुलिस ने अवैध हथियारों से जुड़े हुए एक सिंडिकेट की तलाश शुरू कर दी है. इसका सुराग पुलिस को इसी हत्या की प्लानिंग से जुड़े सबूत से मिला.
5 लाख रुपए के लिए हत्या: गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच ने खुफिया सूचना के आधार पर दो आरोपियों को पकड़ा है. दोनों ने दशहरे के दिन रवि नाम के युवक की हत्या की प्लानिंग की थी. इसके लिए उन्होंने पिस्टल खरीदा. यह पिस्टल हथियारों की ब्लैक मार्केट से खरीदी गई थी. पुलिस हथियारों के तस्करों के सिंडिकेट का पता कर रही थी और पुलिस को हत्या की प्लानिंग का सुराग लगा. आखिरकार आरोपी पकड़े गए और एक युवक की हत्या की साजिश नाकाम हो गई. यह हत्या 5 लाख रुपए के लेनदेन के चक्कर में की जानी थी. हालांकि, पुलिस अभी तक हथियारों के उस सिंडिकेट तक नहीं पहुंच पाई है, जो मेरठ से अपना कारोबार चला रहा है.
जानें क्या है पूरा मामला: क्राइम ब्रांच के एडीसीपी सच्चिदानंद राय ने कहा कि क्राइम ब्रांच ने महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. आरोपियों के कब्जे से अवैध हथियार बरामद किए गए हैं. आरोपी अंकित त्यागी ने बताया कि वह फाइनेंस का काम करता है. आरोपी ने 5 लाख रुपए रवि शर्मा नाम के आदमी से ले रखे थे. रवि शर्मा उसको धमकी दे रहा था कि रुपए वापस लौटा दे. धमकी देने पर अंकित ने गौरव नाम के व्यक्ति के साथ रवि की हत्या की प्लानिंग की.
दोनों ने मेरठ से जाकर पिस्टल खरीदी. इसके बाद वह रवि की हत्या की प्लानिंग कर रहे थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया. दोनों से पिस्टल भी बरामद कर ली गई. पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी हुई है कि मेरठ में आरोपियों ने कहां से यह पिस्तौल खरीदी थी. पुलिस को उम्मीद है कि हथियारों के सिंडिकेट तक पहुंचने से अवैध हथियारों की मार्केट का बड़ा खुलासा होगा.