लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के वाणिज्य विभाग एवं इंडियन अकाउंटिंग एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से 11 एवं 12 अप्रैल 2023 को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जिसका शीर्षक “सतत् संवृद्धि @75: स्वतंत्रता प्राप्ति के 75 वर्षों के उपरांत तृतीय महत्तम अर्थव्यवस्था की ओर भारत के बढ़ते कद” का आयोजन किया है।
उद्घाटन सत्र की औपचारिक शुरुआत कार्यक्रम के संयोजक एवं वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश कुमार ने भारतवर्ष सहित बांग्लादेश, ओमान, सिंगापुर, नेपाल, भूटान समेत कई देशों से आए हुए प्रतिनिधियों, कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय, विद्वानों समेत सभी गणमान्य अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। दो दिवसीय सम्मेलन में देश एवं विदेशो से आए हुए लगभग 500 प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।
छः तकनीकी सत्रों का आयोजन
प्रोफेसर अवधेश कुमार उद्घाटन भाषण में, प्रोफेसर कुमार ने भारत के स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के महत्व और राष्ट्र के वैश्विक अर्थव्यवस्था में सकल घरेलू उत्पाद मे योगदान को उजागर किया। प्रोफेसर कुमार ने बताया कि सम्मेलन में प्रथम एवं द्वितीय दिवस मे कुल छः तकनीकी सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
👉योगी सरकार का डिजिटल मिशन, ऑनलाइन मिलेगी ये सुविधा, शुरू हुई तैयारी
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ महेंद्र नाथ पांडे (भारी उद्योग मंत्री भारत सरकार), अश्विनी कुमार चैबे (राज्य मंत्री भारत सरकार) मुख्य अभ्यागत के रूप में, डॉ दिनेश शर्मा (पूर्व उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश एवं सदस्य विधान परिषद), विशिष्ट अतिथि एवं अन्य देशों के पैनल विशेषज्ञ भी मौजूद रहे। सम्मलेन के उद्घाटन सत्र मे सम्मलेन की स्मारिका, सम्पादित पुस्तक एवं विभाग के शिक्षको द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।
कर संग्रह में सरकार की प्रभावी कर नीतियों व डिजिटलीकरण का महत्वपूर्ण योगदान- डा महेंद्र नाथ पांडे
डा महेंद्र नाथ पांडे ने भारत की कर संग्रह में सफलता पर प्रकाश डाला, जिसे पहले देश के रूप में इस उपलब्धि को हासिल करने वाले बना दिया। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय सरकार की प्रभावी कर नीतियों, डिजिटलीकरण और एक मजबूत कानूनी ढांचे को दिया, जो सफलतापूर्वक कर नियम-पालन को बढ़ावा देता है और कर बचत के प्रयासों को रोकता है।
राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चैबे ने उपभोक्ता शिक्षा और जागरूकता पर दिया बल
मुख्य अभ्यागत अश्विनी कुमार चैबे ने अपने उद्बोधन में भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में उपभोक्ताओं की सुद्रण भूमिका की बात की और उपभोक्ता शिक्षा और जागरूकता पर बल दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की सराहना की और सम्मानित अटल बिहारी वाजपेयी के मॉडल का पालन करने पर जोर दिया।
डा दिनेश शर्मा ने बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था पर की चर्चा
विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश डा दिनेश शर्मा ने बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था पर चर्चा की, जो लगातार 7% की जीडीपी वृद्धि दर के साथ प्रगति कर रही है। प्रोफेसर शर्मा ने इस वृद्धि को बढ़ावा देने वाले कारकों के बारे में विवरण दिया, जिसमें तकनीकी उन्नति, एक जीवंत उद्यमी परिवेश और बुनियादी ढांचा विकास शामिल हैं।
कुलपति ने आर्थिक वृद्धि, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समानता के महत्व पर दिया जोर
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एवं संरक्षक प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने अपने भाषण में भारतीय अर्थव्यवस्था के सतत् विकास पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने भारत के लिए एक समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए आर्थिक वृद्धि, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समानता के बीच संतुलन बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
पहले दिन एक पैनल चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न देशों के पैनलिस्ट, जैसे कि प्रोफेसर फुर्कान कमर(भारत), संजीव कक्कर(भारत), प्रोफेसर एके सिंह(भारत), डॉ अमियान घोष(भारत), डॉ शाद अहमद खान(ओमान), प्रोफेसर मुकुल जी (आशेर), सिंगापुर, डॉ पूर्ण प्रसाद शर्मा(भूटान), मिस शमीना पल्ली, (श्रीलंका) ने अपने विचार व्यक्त किए। इसके बाद तीन तकनीकी सत्र हुए जिनमें लगभग 200 शोध पत्र शामिल किए गए, जो कि विभिन्न शिक्षाविदों और विद्वानों द्वारा प्रस्तुत किए गए।
👉सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप, कहा राहुल गांधी के अयोग्य घोषित होने से…
शाम के समय “तरंग” (गीत और नृत्य धमाल) नामक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभाग के छात्र-छात्राओं ने अपनी सहभागिता जताई। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं एवं मुख्य अतिथि ने उत्साह के साथ भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उद्घाटन सत्र मे मुख्य रूप से सम्मेलन के सचिव प्रोफेसर राम मिलन द्वारा धन्यवाद दिया गया, सह संयोजक प्रोफेसर सोमेश कुमार शुक्ला, संयुक्त सचिव डॉक्टर गीतिका टंडन कपूर एवं डॉ सुनीता श्रीवास्तव, डॉ ज्ञान प्रकाश, डॉक्टर आकृति, डॉ प्रशांत, डॉ ऋषि कांत, डॉ चंद्रकांत समेत विभाग के सभी शिक्षकगण, विभाग के सभी छात्र-छात्राएं, उपस्थित रहे।