ट्रंप समर्थकों ने 6 जनवरी को अमेरिकी संसद में घुसकर तोडफ़ोड़ और हिंसा की जिसमें एक पुलिसवाले समेत 5 लोगों की मौत हो चुकी है. इस मामले के लिए निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भड़काऊ बयानों को जिम्मेदार माना जा रहा है. डेमोक्रेटिक पार्टी ने अमेरिकी संसद में सोमवार को उनके खिलाफ दो महाभियोग प्रस्ताव पेश किये हैं. इसमें ट्रंप पर विद्रोह को भड़काने का आरोप लगाया गया है और दावा किया गया है कि अमेरिकी संसद में हिंसा को ट्रंप ने भड़काया था.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार सीनेट की स्पीकर नैंसी पेलोसी सहित उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी के कई दूसरे नेता राष्ट्रपति ट्रंप को इससे पहले व्हाइट हाउस से बाहर करना चाहते हैं. राष्ट्रपति ट्रंप को सत्ता से हटाने का एक तरीका महाभियोग का इस्तेमाल है, जिस पर सीनेट की स्पीकर नैंसी पेलोसी का जोर अधिक है.
डेमोक्रेट बुधवार को अमेरिकी संसद में हमले और इसके अंदर जबरदस्ती घुसने वाले दंगाइयों को कथित रूप से उकसाने पर राष्ट्रपति के विरोध में महाभियोग या 25वें संशोधन के इस्तेमाल से उन्हें उनके पद से हटाना चाहते हैं. अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्ज में डेमोक्रेटिक पार्टी को बहुमत हासिल है. पार्टी के सदस्य इसी पर काम कर रहे हैं. जो दो महाभियोग प्रस्ताव पेश किए गए हैं, उनमें से एक डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य इलहान उमर द्वारा तैयार किया गया है, जबकि दूसरा डेमोक्रेट जेमी रस्किन ने तैयार किया है.
गौरतलब है कि हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में तो बहुमत डेमोक्रेटिक पार्टी को हासिल है और वहां से महाभियोग का प्रस्ताव आसानी से पास हो जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि कई रिपब्लिकन सांसद भी ट्रंप के खिलाफ वोटिंग कर सकते हैं. हालांकि अमेरिकी संविधान के अनुसार सीनेट को राष्ट्रपति को उनके पद से हटाने के लिए मुकदमा चलाने और दोषी ठहराने के लिए वोटिंग कराना आवश्यक है. और राष्ट्रपति दोषी ठहराने के लिए और उन्हें उनके पद से हटाने के लिए दो-तिहाई सीनेटरों की सहमति जरूरी होगी. इस समय सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी को बहुमत हासिल है.
राष्ट्रपति ट्रंप के सहयोगी और रिपब्लिकन पार्टी के एक अहम नेता सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने राष्ट्रपति से नाता तोड़ लिया है. लेकिन इसके बावजूद उनका कहना है कि वो उन्हें पद से हटाने का समर्थन नहीं करेंगे. साल 2012 में राष्ट्रपति चुनाव के हारे उम्मीदवार सीनेटर मिट रोमनी पिछली बार रिपब्लिकन पार्टी के ऐसे अकेले सदस्य थे, जिन्होंने ट्रंप के खिलाफ वोट दिया था, लेकिन इस बार उनका कहना है कि महाभियोग से कोई फायदा नहीं क्योंकि समय बहुत कम है. सीनेट में बहुमत हासिल करने के बाद भी, डेमोक्रेटिक पार्टी को कम से कम 16 रिपब्लिकन सीनेटर्स का समर्थन चाहिए.