कांग्रेस के शासन काल में देश की आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के बजाय अनदेखी करने का परिणाम अब Bank घोटालों के रूप में सामने आ रहा है। जिसमें यूको बैंक के पूर्व सीएमडी (2010 से 2015) के साथ 5 लोगों पर केस दर्ज किया गया। सीबीआई ने 621 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में यूको बैंक के पूर्व सीएमडी अरुण कौल और अन्य के खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज कर लिया। सीबीआई ने इस मामले में अभी दिल्ली में आठ और मुंबई के दो जगहों पर छापेमारी की है। सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि बैंक के अनुरोध पर कौल के अलावा इरा इंजीनियरिंग इंफ्रा इंडिया लिमिटेड, इस कंपनी के सीएमडी हेम सिंह भराना, दो चार्टर्ड अकाउंटेंट पंकज जैन और वंदना शारदा तथा एल्टिस फिनसर्व प्राइवेट लिमिटेड के पवन बंसल और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
- इन लोगों पर बैंक के साथ धोखाधड़ी व साजिश रचने का आरोप है।
Bank की शिकायत पर दर्ज किया गया मामला
यूको बैंक से शिकायत मिलने के बाद पूर्व सीएमडी अरुण कौल, मैसर्स ईरा इंजीनियरिंग इंफ्रा इंडिया लिमिटेड (मेसर्स ईईआईएल) के हेम सिंह भरना, इसके सीएमडी पंकज जैन और वंदना शारदा, मैसर्स एल्तियस फ़िनसर्व प्राइवेट लिमिटेड के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स पवन बंसल और अन्य अज्ञात लोक सेवक/ निजी व्यक्तियों के ख़िलाफ़ छह बैंकों से धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है
बैंक में सीएमडी पद पर थी तैनाती
यूको बैंक घोटाले के दौरान अरूण कौल 2010 से 2015 तक कोलकाता स्थित बैंक के सीएमडी पद पर तैनात थे। इसी दौरान उन्होंने आरोपी कंपनियों को लोन मुहैया कराया था।
- यह लोन चार्टर्ड अकाउंटेंट के माध्यम से जारी फर्जी प्रमाणपत्र और गलत बिजनेस डाटा के आधार पर दिया गया।
- पैसा जिस काम के लिए लिया गया था, उसका अता पता ही नहीं है।