लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा की कहा कि आर्थिक हालात लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं। महंगाई की मार से यहां पर आम लोग बेहाल हो रहे हैं, आलम यह है कि हजारों लोगों को आधी रोटी पर गुजारा करना पड़ रहा है और सरकार प्रवासियों को काम नहीं दे पा रही है।
लॉकडाउन से लाखों की संख्या में बेरोजगार होकर यूपी लौटने वाले प्रवासियों को उनकी योग्यता के आधार पर काम नहीं मिल रहा है। योग्यता क्षमता व दक्षता के मुताबिक सरकारी पंजीकरण होने के बाद भी रोजगार उपलब्ध न होने पाने से पढ़े-लिखे डिग्री धारक मनरेगा में मजदूरी करने पर विवश हो रहे हैं। इसके लिए सरकार के पास कोई ठोस नीति नहीं है।
उन्होंने कहा कि नकारात्मक प्रभाव देश, समाज और शिक्षा व्यवस्था पर पड़ रहा है। यूपी सरकार अपने मूल राज्य लौटे प्रवासी श्रमिकों की रोजी रोटी के लिए कभी अधिकारी व कभी मंत्रियों के समूह गठित करती है तो कभी पंजीकरण करवा रही है। लेकिन उसका कोई सार्थक परिणाम नहीं निकल पा रहा है।
लॉकडाउन से देशभर में खासकर यूपी में छोटे मझोले उद्योग धंधे काफी हद तक बंद हो गए। बंद उद्योग धंधों को अब तक खुल जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा ना होने से यूपी में करोड़ों लोग रोजी-रोटी को मजबूरी में तड़प रहे हैं। सरकार को पहले से स्थापित उद्योग धंधों व कारोबार को ही चालू करा कर पटरी पर लाना चाहिए।
दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने पेट्रोल डीजल की कीमत बढ़ा दी, जबकि दुनिया में कच्चे तेल की कीमतें अप्रत्याशित आंकड़े पर आ गिरी हैं। फिर भी सरकार हमारे देश में पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर रही है। तेल व गैस पर बढ़ोतरी करके बढ़ोतरी महंगाई को बढ़ावा दे रही सरकार अब लोगों को परेशान कर रही है।