बस्ती. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को बस्ती में कहा कि उनका सपना उत्तर प्रदेश को दुनिया की फैक्ट्री बनाना है। उन्होंने कहा कि ओबामा लेदर का जैकेट पहनें तो उस पर मेड इन कानपुर लिखा हो और यहां बने मोबाइल पर मेड इन यूपी लिखा हो।
राहुल गांधी ने कहा कि पहली बार देखा कि पीएम आता है, कहता है हिंदुस्तान गंदा है। फिर कहता है, मैं जा रहा हूं ओबामा जी से मिलने तुम लोग झाड़ू पकड़ो, सफाई करो। दूसरी तरफ हमारे प्रेस के मित्र ताली बजाते हैं, क्या बात कही. क्या मजेदार बात कही। राहुल ने कहा कि यूपी के युवाओं से पूछिए, उन्होंने क्या किया? वो कहेंगे कुछ नहीं. उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है।
उत्तर प्रदेश में अलग-अलग विचारधाराओं की लड़ाई है।यूपी के किसी भी गांव शहर में युवाओं से पूछो, क्या करते हैं? 90 प्रतिशत युवा जवाब देंगे, कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि जब तक युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा, तब तक यूपी आगे नहीं बढ़ सकता।उत्तर प्रदेश पूरे देश को भोजन देता है। किसान जब रात में सोता है तो दिल में दर्द होता है। किसान को अपने कल की चिंता रहती है।बच्चों की पढ़ाई, लिखाई, दवाई की चिंता रहती है।यूपी में देश के सबसे अक्लमंद लोग रहते हैं, इसलिए मेरा सपना यूपी को दुनिया की फैक्ट्री बनाना है। जब ओबामा लेदर का जैकेट खरीदें तो उस पर मेड इन कानपुर लिखा हो। जिस मोबाइल फोन पर मेड इन चाइना लिखा रहता है मेरा सपना है कि वहां मेड इन यूपी लिखा हो।
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने अखिलेश यादव से एक वादा लिया है कि जब हम युवाओं की सरकार बनेगी तो सबसे पहले यूपी के युवाओं के योजनाएं बनायेंगे।यूपी का हर युवक डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहता है। कोचिंग के लिए जाता है तो 20 से 30 हजार रुपए मांगा जाता है। हम लोग हर जिले में एक हाईटेक कोचिग खोलें, जिसमें युवाओं को मुफ्त शिक्षा मिलेगी। छात्राओं और महिलाओं के लिए पांच यूनिवर्सिटी खोली जायेगी। हर जिले में महिला थाना बनाये जायेंगे।सरकारी स्कूलों में हर बच्ची को 500 रुपए महीना मिले। छात्राओं को इंटर के बाद 25 हजार रुपए मिलें।नरेगा में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा काम मिले।राहुल ने कहा कि पीएम कहते हैं कि गंगा मेरी मां है, गंगा मां ने मुझे बुलाया है। लेकिन पीएम ने बनारस में किए वादों पर कोई काम नहीं किया। अचानक 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए गए। बैंकों की लाइन में केवल गरीब दिखा लेकिन एक भी अमीर नहीं दिखा।
रिपोर्ट-डॉ सिम्मी भाटिया