उत्तराखंड हाईकोर्ट (Uttarakhand HighCourt) ने राज्य सरकार को हरिद्वार में आयोजित कुंभ के दौरान कोरोना वायरस की कथित फर्जी जांच घोटाले पर अपना रूख साफ करने के निर्देश दिए.
जांच और आंकड़े भरे जाने के दौरान मैक्स कॉरपोरेट का कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था और सभी जांचें और आंकड़े भरने का काम स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की सीधी निगरानी में हुआ था. उन्होंने यह भी दावा किया कि कुंभ में स्थापित जांच स्टॉलों को भी मौके पर मौजूद सरकारी अधिकारियों से सीधे अनुमति और मंजूरी मिली थी.
हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी शंभु कुमार झा ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज ने कुंभ के दौरान खुद को लाभ पहुंचाने के लिए फर्जी तरीके से जांच करवाई. पूर्व में अदालत ने याचिकाकर्ताओं की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी.