राजस्थान में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सियासी विरोधियों पर भारी पड़ सकती है। वसुंधरा समर्थक देव दर्शन यात्रा से मिले समर्थन से उत्साहित है। राजे समर्थक जन्मदिन मनाने की जोर शोर से तैयारी कर रहे है।
बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जन्मदिन 8 मार्च को आता है लेकिन इस बार राजे और उनके समर्थक 4 मार्च को जन्मदिन मनाएंगे. हालांकि इससे पहले वसुंधरा राजे अपना जन्मदिन 8 मार्च को ही मनाती आई हैं, लेकिन समर्थकों के आग्रह पर होली के चलते इस बार की तारीख में बदलाव किया गया है।
4 मार्च को वसुंधरा राजे चूरू के सालासर में रहेंगी, जहां उनके जन्मदिन के आयोजन में आसपास के जिलों के साथ ही प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से भी कार्यकर्ता पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे इस मौके पर जनसभा को भी संबोधित करेंगी। चुनावी साल में राजे के जन्मदिन को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।
वसुंधरा राजे के समर्थकों के अनुसार प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए बहुत कम समय बचा है। ऐसे में माना जा रहा है कि पूर्व सीएम का जनसंपर्क पर ज्यादा फोकस रहेगा। इसमें रोजाना निजी मुलाकात, ईमेल-संदेश और फेसबुक के माध्यम से प्रतिदिन लोगों से मिलने का कार्यक्रम तय है। इसके बाद वे संभवत: चुनावों से ठीक पहले जयपुर में कोई बड़ा कार्यक्रम कर सकती हैं। बता दें पिछले साल बीकानेर, चूरू और नोखा में उनके स्वागत में खासी भीड़ देखने को मिली थी। जिससे भाजपा के भीतर भी बाहर उनके समर्थकों में एक उत्साह का माहौल देखा गया था।
बता दें राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने विगत दो वर्षों में अपनी देव दर्शन यात्राओं के जरिए अपनी लोकप्रियता साबित कर दी है। वे राजस्थान के सभी संभागों में यात्रा कर चुकी हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि तमाम विरोधाभासों के बावजूद अभी भी वसुंधरा राजे राजस्थान में जननेता के तौर पर बेहद लोकप्रिय हैं। उनकी दावेदारी को खारिज करना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा। सूबे में उनसे बड़े कद का भाजपा के पास फिलहाल कोई नेता नहीं दिखता। अगर पार्टी वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाकर चुनाव नहीं लड़ती है तो कम से कम 50 सीटों पर भाजपा को अच्छा खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है।