राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल की प्रेरणा से महिलाओं को शिक्षित व स्वावलंबी बनाने के लिए अनेक कार्यक्रमों का संचालन होता है। इसके साथ ही सुपोषण व शाकभाजी उत्पादन संबन्धी कार्यक्रम राजभवन में आयोजित किये जाते है। आनन्दी बेन ने कहा कि सब्जियां विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों,खनिजों तथा विटामिन की समृद्ध स्रोत हैं। मशरूम में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
महिलाएं शाकभाजी तथा मशरूम उत्पादन की क्रियात्मक गतिविधियों को सीखकर अपने घरेलू कार्यों के उपरान्त बचे अतिरिक्त समय का सदुपयोग कर उपलब्ध सीमित संसाधनो से ही कम से कम जगह में छत पर या घर में रिक्त अन्य स्थान पर वर्ष भर जरूरत के अनुसार विभिन्न प्रकार के शाकभाजी एवं मशरूम उगाकर अपने भोजन की थाली को पोषक तत्वों से संतुलित तथा भरपूर कर सकती हैं तथा पूरे परिवार को लाभान्वित कर सकती हैं।
आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से राजभवन उद्यान की गृह वाटिका में राजभवन में कार्यरत एवं आवासित परिवार की महिलाओं के लिए शाकभाजी एवं मशरूम उत्पादन विषयक दो दिवसीय कार्यक्रम “आओ करके सीखें” का आयोजन 5 एवं 6 जनवरी, 2022 को किया गया, जिसके अंतर्गत “गमले में शाकभाजी उत्पादन” तथा “मशरूम उत्पादन” का क्रियात्मक प्रशिक्षण महिलाओं को दिया गया। व्यवहारिक प्रशिक्षण के दौरान मशरूम उत्पादन, गमले की भराई, गमले में सब्जी उत्पादन के संबंध में विस्तृत क्रियात्मक जानकारी दी गयी।
बताया गया कि मशरूम की सबसे प्रचलित किस्म ढिंडरी है,उसके उत्पादन एवं रखरखाव की जानकारी महिला प्रतिभागियों को दी गयी तथा प्रतिभागी महिलाओं को शाकभाजी उत्पादन एवं मशरुम उत्पादन के किट भी प्रदान किये गये। राज्यपाल ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य स्वयं द्वारा उत्पादित हरी ताजी सब्जियां तथा मशरूम अपने परिवार के सभी सदस्यों को पौष्टिक आहार के रूप में उपलब्ध कराना है।
रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री