शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार से वार्ता की आस में बैठे वोकेशनल शिक्षकों का वीरवार को लगातार चौथे दिन भी राजधानी शिमला के चौड़ा मैदान में प्रदर्शन जारी रहा। बुधवार देर रात भी शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से मुलाकात का इंतजार कर राज्य सचिवालय के बाहर से शिक्षक मायूस ही लौटे। वोकेशनल शिक्षक संघ ने शुक्रवार को भी प्रदर्शन जारी रखने का फैसला लिया है। निजी कंपनियों को बाहर करने और हरियाणा की तर्ज पर नीति बनाने की शिक्षक मांग कर रहे हैं।
वोकेशनल शिक्षक संघ के अध्यक्ष अश्वनी ढटवालिया ने बताया कि वीरवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर धरना स्थल के आगे से गए, लेकिन ने भी चार दिन और चार रातों से सड़क पर बैठे शिक्षकों का हाल नहीं पूछा। उन्होंने कहा कि बुधवार देर रात भी शिक्षक संघ के कई पदाधिकारी शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से मुलाकात करने के लिए सचिवालय के बाहर जुटे रहे लेकिन मंत्री से बात नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि सरकार या शिक्षा विभाग की ओर से कोई भी वार्ता के लिए आगे नहीं आ रहा है। इसको लेकर शिक्षकों में रोष बढ़ता जा रहा है। अध्यक्ष ने कहा कि निजी कपंनियां वोकेशनल शिक्षकों का शोषण कर रही है। सरकार के निर्देशों के बाद भी वेतन का एरियर नहीं दिया गया। वेतन की अदायगी भी समय से नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को इन निजी कंपनियों को बाहर कर वोकेशनल शिक्षकों के लिए नीति बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मांगों को जब तक सुना नहीं जाएगा, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।