कोरोना वायरस के बाद अब मंकीपॉक्स को लेकर दुनियाभर में हलचल मची हुई है. यूरोप से लेकर अमेरिका तक मंकीपॉक्स के मामले बढ़ते जा रहे हैं.विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि मंकीपॉक्स के वायरस का स्वरूप संक्रमण वाले मूल देशों और अन्य देशों में समान पाया गया है। यानी उसमें म्यूटेशन या बदलाव नहीं हुआ है।
डब्ल्यूएचओ में वैश्विक संक्रमण खतरों से निपटने के लिए बनाए गए कार्यदल की निदेशक सिल्वी ब्रायंड ने कहा, हमारे पास मंकीपॉक्स को फैलने से रोकने का अवसर है। अगर हम सही जगहों पर सही उपाय करें तो इसे स्थानीय स्तर पर ही नियंत्रित कर सकते हैं। उन्होंने कहा, इस बीमारी का प्रसार कोरोना जैसे वायरसों के मुकाबले काफी कम है।
अब मंकीपॉक्स को लेकर भारत भी सतर्क हो गया है. आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में इसे लेकर एडवाइजरी जारी की गई है.मंकीपॉक्स के वायरस त्वचा, मुंह, आंख और नाक से मानव शरीर में प्रवेश करता है. मंकीपॉक्स के मामले जिन देशों में तेजी से पैर पसार रहे हैं, उन देशों से आने वाले लोगों को लेकर खास एहतियात बरती जा रही है.