लखनऊ विश्वविद्यालय के काउंसलिंग एंड गाइडेंस सेल के सहयोग से हैप्पी थिंकिंग लेबोरेटरी ने आज एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का विषय ‘अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का मनोवैज्ञानिक कल्याण’ था। कार्यशाला हैप्पी थिंकिंग लेबोरेटरी, ओएनजीसी बिल्डिंग, लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित की गई। कार्यशाला में 50 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर के मुख्य अतिथि डॉ आरपी सिंह थे, जिनका स्वागत हैप्पी थिंकिंग लैब की निदेशक डॉ एम प्रियदर्शिनी ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन से हुआ।
भाषा विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परिणाम घोषित
मनोवैज्ञानिक कल्याण पर चर्चा के बाद प्रश्न उत्तर सत्र में विद्यार्थियों ने वृक्ष गतिविधि में सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यशाला में ताजिकिस्तान, मॉरीशस, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और नामीबिया जैसे विभिन्न देशों के छात्रों ने भाग लिया। इसके बाद छात्रों ने हैप्पी थिंकिंग लेबोरेटरी के विभिन्न अनुभागों का भी दौरा किया। कार्यशाला की अध्यक्षता हैप्पी थिंकिंग लैब की निदेशक डॉ एम प्रियदर्शनी, काउंसलिंग एवं गाइडेंस सेल की निदेशक डॉ वैशाली सक्सेना ने की।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और आईएसए के निदेशक प्रोफेसर आरपी सिंह ने भी छात्रों के मनोवैज्ञानिक कल्याण के लिए और लार्ड बुद्धा पर अपने विचार साझा किए। प्रोफेसर प्रियदर्शिनी और डॉ वैशाली ने सेवानिवृत्त प्रोफेसर मधुरिमा प्रधान को उनकी गर्मजोशी भरी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर डॉ रुचि, डॉ विनीत मैक्सवेल डेविड, डॉ अनु कोहली, डॉ नाज़नीन खान ने भी अपने विचार साझा किए।