योगी आदित्यनाथ की समग्र विकास संबधी अवधारणा में तीर्थाटन व पर्यटन भी शामिल है। उत्तर प्रदेश में इसकी बहुत संभावना भी है।।इसके दृष्टिगत योगी आदित्यनाथ काशी अयोध्या,मथुरा वृंदावन आदि स्थलों पर अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहे है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्ग दर्शन भी शामिल है।
योगी आदित्यनाथ स्वयं इसका उल्लेख भी करते है। उनके प्रयासों से इन सभी तीर्थस्थानों का विकास किया जा रहा है। चार वर्षों में सभी स्थलों में उल्लेखनीय बदलाव आया है। चित्रकूट में एयरपोर्ट तैयार हो रहा है,जिससे इस जनपद का तेजी से विकास होगा। चित्रकूट में पर्यटन के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं।
दिल्ली से जुड़ेगा चित्रकूट
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्षाें में चित्रकूट में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य किया गया है। चित्रकूट को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। इसका पचास प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इस वर्ष के अन्त तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का कार्य पूर्ण हो जाने पर चित्रकूट से दिल्ली की दूरी मात्र पांच से छह घण्टे में तय की जा सकेगी। ये ऐसे कार्य हैं जिनसे बुन्देलखण्ड क्षेत्र निवेश का एक प्रमुख गंतव्य बन जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद चित्रकूट में रसिन बांध परियोजना और चिल्लीमल आधुनिकीकरण पम्प नहर परियोजना का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि यह प्रभु श्रीराम के तप व साधना की भी भूमि है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड क्षेत्र को धरती का स्वर्ग बनाने का कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा और मार्गदर्शन से बुन्देलखण्ड में डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इस कॉरिडोर में रक्षा से जुड़े उपकरण तैयार किये जाएंगे। अब बुन्देलखण्ड का शौर्य और पराक्रम देश व दुनिया देखेगी।
सिंचाई सुविधा का विस्तार
योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों पर बुन्देलखण्ड की उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा कि पिछली सरकारें यहां सिंचाई व पेयजल की व्यवस्था नहीं कर सकी। जिससे लोगों को पलायन करना पड़ता था। कृषि व पशुपालन का भी नुकसान होता था। जबकि वर्तमान केंद्र व प्रदेश सरकार इन समस्याओं का निराकरण कर रही है। इसमें उल्लेखनीय सफलता मिल रही है।
किसानों को खुशहाल और समृद्ध करने के उद्देश्य से बुन्देलखण्ड क्षेत्र की अधूरी पड़ी परियोजनाओं को धनराशि उपलब्ध कराकर पूरा करने का विशेष अभियान चलाया गया। रसिन बांध परियोजना से चित्रकूट के अन्तर्गत बागेन एवं मंदाकिनी नदी के मध्य असिंचित क्षेत्र को सिंचित किए जाने की सुविधा मिलेगी।
हर घर नल से जल
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के माध्यम से हर घर नल, हर घर जल देने की व्यवस्था की गयी है। इसके साथ ही हर खेत को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है। आजादी के इतने वर्षाें के बाद भी यहां के अनेक गांवों में सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं थी।
वर्तमान सरकार ने दशकों से लम्बित पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को तेजी से पूर्ण कराने का कार्य किया है। छब्बीस सौ करोड़ रुपये लागत की अर्जुन सहायक परियोजना को अगले एक से दो माह में पूर्ण कर लिया जाएगा। इससे किसानों को सिंचाई का जल मिलेगा। इसके साथ ही करीब पांच लाख लोगों को शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध होगा।