बृहस्पति को देवताओं का गुरु माना जाता है। जिस स्त्री पुरुष के जीवन में विवाह संबंधी परेशानी आ रही होती हैं उनको बृहस्पति देव की पूजा करने से विवाह मार्ग में आ रहीं सभी अड़चनें स्वत: ही समाप्त हो जाती हैं। गुरु देवता की पूजा के लिए गुरुवार का दिन विशेष महत्व रखता है। बृहस्पति देव की पूजा करने से जातक की धन, व्यापर और रोजगार संबंधी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं।
पूजा विधि एवं उपाय :
- गुरुवार को केले के वृक्ष पर जल अर्पित करके शुद्ध घी का दीपक जलाकर गुरु के 108 नामों का उच्चारण करने से मनुष्य के जीवन में जीवनसाथी का योग जल्द बनता है।
- नौकरी में प्रमोशन और रोजगार संबंधी बाधाओं को दूर करने के लिए गुरुवार को किसी मंदिर में पीली वस्तुएं जैसे खाद्य पदार्थ, फल, कपड़े इत्यादि का दान करें।
- विवाह के लिए बृहस्पतिवार का व्रत रखें और इस दिन पीले कपड़े पहनें और भोजन में भी पीली चीजों का सेवन करें।
- घर में व्याप्त दरिद्रता का नाश करने के लिए बृहस्पतिवार के दिन विशेषतौर पर घर की महिलाओं को बाल नहीं धोना चाहिए और ना ही नाखून काटने चाहिए।
- व्यवसाय में यदि किसी प्रकार की बाधाएं चल रही हों तो गुरुवार को पूजाघर में हल्दी की माला लटकाएं। साथ ही अपने कार्यस्थल पर पीले रंग की वस्तुओं का प्रयोग करें और भगवान लक्ष्मी-नारायण के मंदिर में लड्डू का भोग लगाने से जातक को लाभ मिलता है।
उक्त बताये गए सभी उपायों को अपनाकर जातक विवाह व अन्य बाधाओं से मुक्ति पा सकता है।