यमुना के जलस्तर पर लगातार गिरावट आ रही है लेकिन अब भी खतरे के निशान से ऊपर है। 13 जुलाई शाम आठ बजे यमुना का जल स्तर 208.66 मीटर के रिकॉर्ड स्तर तक गया था। उसके बाद से लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
शनिवार रात आठ बजे यमुना का जलस्तर 206.87 मीटर दर्ज किया गया। जो कि चेतावनी के स्तर 204.30 मीटर से अभी भी अधिक है। इसलिए अभी तक खतरा बना हुआ है। वहीं शनिवार शाम को हुई जोरदार बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी। बारिश के कारण आईटीओ बैराज के बंद गेटों को खोलने का काम भी रोकना पड़ गया। इस बीच पीएम मोदी ने एलजी को फोन कर के बाढ़ और राहत कार्यों की जानकारी ली।
इस बीच शनिवार शाम को दिल्ली के कई इलाकों में भारी बारिश से जलभराव और जाम की समस्या पैदा हुई। मथुरा रोड पर बदरपुर से आश्रम तक ट्रैफिक जाम रहा, अपोलो अस्पताल एवं जसोला मेट्रो स्टेशन के पास जलभराव होने से सरिता विहार फ्लाईओवर के पास गाड़िया रेंगती नजर आईं। तिलक ब्रिज के पास जलभराव के कारण दिल्ली गेट से इंडिया गेट की ओर भी ट्रैफिक जाम देखा गया। मौसम विभाग ने दिल्ली में रविवार को भी हल्की से मध्यम बारिश की आशंका जताई है। बारिश से यमुना का जलस्तर बढ़ने की आशंका गहरा गई है।
आईपी नाले पर बने रेगुलेटर को राहत ही सेना और एनडीआरएफ की टीम द्वारा ठीक कर दिया गया था। अब उसे मजबूत करने का काम चल रहा है। सेना और एनडीआरएफ अपनी ही मशीनरी को लेकर काम में जुटी है। शनिवार रात को दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज मौके पर पहुंचे। उन्होंने रेगुलेटर को मजबूत करने में जुटी टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सेना और एनडीआरएफ की टीम बिना रुके, बिना थके लगातार काम कर रही है।