अमेरिका में भी योग का खुमार लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास की ओर से बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने इस कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। योग और ध्यान सत्र में विभिन्न सामुदायिक संगठनों ने पूरे उत्साह के साथ इसकी खासियतें जानीं। कार्यक्रम को अमेरिका में भारत की उप-राजदूत श्रीप्रिया रंगनाथन ने संबोधित भी किया।
पोटोमैक नदी के किनारे सुरम्य घाट पर कार्यक्रम
कार्यक्रम पोटोमैक नदी के किनारे सुरम्य घाट पर आयोजित किया गया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना और भारतीय शास्त्रीय नृत्य के साथ हुई। योग सत्र ने भारत के इतिहास से लोगों को रूबरू कराया। इसके जरिए लोगों को भारत की एकता और सद्भाव की भावना से भी रूरबरू कराया गया।
इस साल की थीम ‘स्वयं और समाज के लिए योग
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। इस साल की थीम ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ है। कार्यक्रम में रंगनाथन ने कहा कि योग समाज के उज्जवल भविष्य के लिए सद्भाव और संतुलन बनाने का मार्ग प्रशस्त करता है। इसीलिए 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया।
योग का अभ्यास दूर-दूर तक फैल चुका है
रंगनाथन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए मसौदा प्रस्ताव भारत की ओर से प्रस्तावित किया गया था। रिकॉर्ड 175 सदस्य देशों ने इसका समर्थन किया था। सिंधु घाटी सभ्यता में अपनी शुरुआत के बाद से योग का अभ्यास दूर-दूर तक फैल चुका है। लगभग 5,000 साल बाद भी दुनियाभर में करोड़ों लोग योग का अभ्यास करते हैं। कार्यक्रम में दैनिक जीवन में बाजरा, पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों और प्रथाओं को शामिल करने को लेकर चर्चा हुई।