लखनऊ। योग और ध्यान के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के द्वारा उपचार के उद्देश्य से ड्रीम वैली, इंदिरा डैम, लखनऊ में एक मुक्ताकाशी योग एवं ध्यान केंद्र का शुभारंभ, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री बृजेश पाठक द्वारा किया गया गया।
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इस अवसर पर श्री पाठक ने योग और ध्यान को स्वस्थ्य जीवन का आधार और उपचार का बेहतर व प्राकृतिक माध्यम बताते हुए कहा कि हम सबको जुट कर इसे घर घर तक पहुंचना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश के सूचना आयुक्त नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव नें इस पहल को सार्थक बताते हुए कहा कि पारंपरिक पद्धतियों के द्वारा जन सामान्य का उपचार कम खर्च में किया जा सकता है।
इस अवसर पर वृंदावन से आए पूज्य आलोक कृष्ण गोस्वामी ने कहा कि,सनातन धर्म में योग और ध्यान को तन-मन की सभी व्याधियों का बेहतर उपचार माना जाता है। शारीरिक रूप से स्वस्थ्य होना व्यक्ति के लिए बेहद ज़रूरी है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद कुसुम राय ने कहा कि आयुष और भारतीय चिकित्सा पद्धति नें कोविड जैसी महामारी में कवच की तरह काम करके, पूरे विश्व को योग और आयुर्वेद की शक्ति का एहसास कराया।
कार्यक्रम के आयोजन वरिष्ठ समाजसेवी एवं पर्यावरणविद् राजेश राय ने कहा कि अबसे यहां लोगों को नियमित रूप से, विशेषज्ञों के द्वारा योग, ध्यान और पारंपरिक तथा प्राकृतिक चिकित्सा संबंधी मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा। साथ ही यहां प्रज्जवलित अखंड दीप, निरंतर भारतीय गौरव का स्मरण कराता रहेगा।
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कार्यक्रम का संचालन शरद मिश्र द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्रोचार के साथ एक अखंड दीप प्रज्जवलित करके किया गया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक बृजेंद्र सिंह, एमएलसी पवन सिंह चौहान, नम्रता पाठक, मदसूदन दीक्षित, रामानंद फाउंडेशन के आनंद महाराज, विश्व पुरोहित परिषद के अध्यक्ष विपिन पांडे, शैलेंद्र सिंह, विशाल सिंह, अरुण तिवारी, अरुण उपाध्याय शिव पूजन दीक्षित, बाबा महादेव सहित बड़ी संख्या में साधु संत और गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।