दिल्ली में आम आदमी पार्टी के तमाम नेता विधानसभा चुनाव में मिली जीत का जश्न मना रहे थे. जीत बड़ी है तो जश्न भी बड़ा. राजधानी के हर इलाके में पार्टी के कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बन रहा था. इसी बीच महरौली से नवनिर्वाचित आप विधायक नरेश यादव का काफिला भी मंगलवार की देर रात इलाके से गुजर रहा था. विधायक जी अपने कुछ कारिंदों के साथ खुली जीप में सवार थे. आगे और पीछे उनके समर्थक और पार्टी के कार्यकर्ता ढोल की थाप पर थिरक रहे थे. लेकिन अचानक विधायक के काफिले पर गोली चलने लगी. एक बाद एक कई राउंड गोलियों की आवाज़ से अफरा तफरा मच गई.
हर कोई जानना चाहता था कि आखिर हुआ क्या है. भीड़ इधर उधर हो गई. हमलावर उस जीप की तरफ निशाना साधकर गोलियां चला रहा था, जिस पर खुद विधायक नरेश यादव और उनके समर्थक सवार थे. गोलियों की आवाज़ थम चुकी थी. विधायक के साथ जीप पर सवार एक शख्स लहूलुहान हालत में नीचे पड़ा था. एक और दूसरा शख्स भी चोटिल था. हमले के बाद पता चला कि एक खास शख्स को टारगेट बनाकर हमला किया गया, जिसका नाम अशोक मान था. वो बिल्कुल विधायक के बगल में पीछे की तरफ खड़ा था.
मातम में बदला जीत का जश्न
उसका जिस्म पांच गोलियों से छलनी हो चुका था. अब उस जिस्म से जान जा चुकी थी. दूसरा शख्स तड़प रहा था. हमले से बचने के लिए नीचे झुके विधायक नरेश यादव की सांसें किसी रेल के इंजन की तरह तेज चल रही थीं. जीत का जश्न अब मातम में तब्दील हो चुका था. पुलिस को ख़बर लग चुकी थी. कुछ देर बाद पुलिस किशनगढ़ फोर्टिज चौक के पास मौके पर जा पहुंची. घायल को अस्पताल पहुंचाया गया.
हमले के बारे में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने फौरन एक ट्वीट किया. ये खबर पूरी राजधानी में आग की तरह फैल गई. सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. पुलिस हैरान परेशान थी कि आखिर हमला किसने और क्यों किया. इसी सवाल का जवाब तलाशने के लिए छानबीन शुरू हो चुकी थी.और वारदात के कुछ घंटे बाद ही इस मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया.