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एएचएम डफरिन में ज़ीका वार्ड तैयार

  • जीका वायरस के बढ़ते केस को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आयेंगे कानपुर, 10 नवम्बर को करेंगे बैठक
  • जीका वायरस के बढ़ते मामले पर सीएम ने स्वास्थ्य विभाग से मंगाई रिपोर्ट
  • गर्भवती व गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा को ध्यान में रखकर हो रही जांच
  • स्वास्थ्य जांच के लिए हो रहा अल्ट्रासाउंड

कानपुर। जिले में ज़ीका वायरस के संक्रमण को देखते हुए जिला महिला चिकित्सालय, डफरिन में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ज़ीका संक्रमण से गर्भ में पल रहे बच्चे को कुछ हद तक खतरा हो सकता है, इसी के चलते डफरिन में ज़ीका वार्ड बनाया गया है।

जिला महिला चिकित्सालय, डफरिन की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. सीमा ने जानकारी दी कि अस्पताल में ज़ीका वार्ड बन कर तैयार हो गया है। पेईंग वार्ड को ज़ीका वार्ड में परिवर्तित किया गया है जिसमें 15 बेड और पोस्ट ऑपरेशन वार्ड में 10 बेड कुल 25 बेड तैयार किये गए हैं। उन्होंने बताया कि हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है, जिले में ज़ीका संक्रमण को देखते हुए पहले ही तैयारी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि अभी तक अस्पताल में कोई भी ज़ीका पॉजिटिव महिला नहीं आई है। जिन महिलाओं में बुखार या ज़ीका से मिलते जुलते लक्षण दिख रहे हैं उनकी जांच करवाकर सैंपल मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजे जा रहे हैं। यदि किसी गर्भवती महिला में ज़ीका संक्रमण की पुष्टि होती है तो उसे तुरंत ज़ीका वार्ड में एडमिट किया जायेगा।

डॉ. सीमा ने बताया कि ज़ीका वार्ड में 15 बेड गर्भवती महिलाओं के लिए तैयार किये गए हैं। यदि आपात स्थिति में ज़ीका धनात्मक महिला की डिलीवरी करायी जाती है तो उसे पोस्ट ऑपरेशन वार्ड में रखा जायेगा जिसके लिए 10 बेड तैयार किये गए हैं। उन्होंने बताया कि जी.एस.वी.एम. मेडिकल कॉलेज में ज़ीका जांच के लिए प्रयास हो रहे हैं, यदि मेडिकल कॉलेज में जांच शुरू हो जाती है तो हम और ज्यादा सैंपल लेंगे ताकि सभी गर्भवती महिलाओं की जांच हो सके। गर्भवती में ज़ीका संक्रमण होने पर गर्भस्थ शिशु में माइक्रो सिफैली (छोटा सिर होने से विकृति) होने का खतरा बना रहता है, हालाकि इसकी आशंका भी बहुत ही कम है फिर भी जिन गर्भवती महिलाओं में ज़ीका के लक्षण लग रहे हैं उनका अल्ट्रासाउंड अनिवार्य रूप से कराया जा रहा है ताकि गर्भस्त शिशु की स्थिति का पता लगाया जा सके।

हॉस्पिटल मैनेजर डॉ. दरक्षा ने बताया कि जिन क्षेत्रों में ज़ीका संक्रमित मिल रहे हैं उन क्षेत्रों से आने वाले सभी मरीजों की बुखार की जाँच अनिवार्य रूप से की जा रही है, गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कराया जा रहा है ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे में किसी भी प्रकार की विकृति का पता लगाया जा सके।

जीका वायरस के बढ़ते केस को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 नवम्बर को कानपुर आयेंगे, साथ ही के.डी.ए. हॉल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहेंगे। जीका वायरस के बढ़ते मामले पर सीएम ने स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट मंगाई है।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर

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