रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
लखनऊ। कोरोना आपदा में सतर्कता के चलते योगी आदित्यनाथ कार्यशैली में बदलाव हुआ है, लेकिन कार्ययोजना में खास अंतर नहीं आया है। इस समय भी वह दिन रात मेहनत कर रहे है। पूरे प्रदेश के अधिकारियों,जन प्रतिनिधियों के साथ ही समाज से अनेक वर्गों से वह वीडियो कांफ्रेसिंग के द्वारा संवाद कर रहे है। समस्याओं के समाधान का प्रयास कर रहे है। इस क्रम में उन्होने पत्रकारों के साथ भी वीडियो कांफ्रेसिंग संवाद किया।
उन्होने इस आपदा काल में पत्रकारों के योगदान को सराहनीय बताया। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत कोरोना से लड़ रहा हैं। इसके मद्देनजर जागरूकता पैदा करने के लिए मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। इससे बचाव के लिए जागरूकता अपरिहार्य है। इसमें मीडिया सकारात्मक योगदान कर रही है। पिछले चार दिनों में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज बढ़े हैं। इनमें एक सौ अड़सठ मरीज केवल तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा यूपी में कोरोना पर पूरी तरह कंट्रोल हो रहा था।
तबलीगी जमात से जुड़े सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है। तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के संपर्क में आए लोगों को भी क्वॉरेंटाइन कर रहे हैं। डेढ़ हजार तक जांच हो रही है,छह हजार से ज्यादा आइसोलेशन बेड प्रदेश में तैयार हैं। बारह से ज्यादा क्वॉरेंटाइन बेड उपलब्ध हैं। प्रदेश के सभी पच्छत्तर जिलों में लेवल वन के हॉस्पिटल, इक्यावन जिलों में लेवल टू स्तर अस्पताल एक्टिव है। लेवल थ्री स्तर के छह हॉस्पिटल प्रदेश में तैयार कर लिए गए है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज एक लाख सत्तर हजार करोड़ का सबसे बड़ा पैकेज दिया गया।आजादी के बाद अब तक का सबसे बड़ा पैकेट केंद्र सरकार ने दिया है। जन धन योजना, पेंशन योजना,श्रमिकों के लिए सभी को भत्ता और उज्जवला योजना के तहत लाभार्थियों को मुफ्त सिलेंडर दिए जा रहे हैं। इसके अलावा एक करोड़ तैतीस लाख से ज्यादा परिवारों को राशन पर गेहूं और चावल दिया जा रहा है।