पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के अमेरिकी दौरे के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बोला था कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की विनती की थी। उनके इस बयान के बाद हिंदुस्तान में आए भूचाल के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में बोला है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कभी इस तरह की कोई बात राष्ट्रपति ट्रंप से नहीं कही है। हालांकि विदेश मंत्री के बयान के बाद भी यह मुद्दा शांत होता नज़र नहीं आ रहा है।सूत्रों के अनुसार विपक्ष ने मांग की है कि इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी को संसद में आकर स्पष्टीकरण देना चाहिए। उनकी स्थान किसी अन्य मंत्री का बयान स्वीकार नहीं किया जाएगा। इससे पहले विदेश मंत्री ने सदन में स्पष्ट किया कि हिंदुस्तान का लगातार यह पक्ष रहा है कि पाकिस्तान के साथ सभी मसलों पर द्विपक्षीय बातचीत ही होगी। पाक के साथ किसी भी तरह की बातचीत की शर्त ये है कि बॉर्डर पार से आतंकवाद बंद हो। उन्होंने बोला है कि पाक अगर कश्मीर मामले पर बात करना चाहता है तो उसे पहले आतंकवाद पर रोकलगाना होगा।
आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप का बयान सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों ने इस पर बहस के लिए संसद के दोनों सदनों में नोटिस दिया था। इसी के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में इस मुद्दे पर अपनी बात रखी। जयशंकर के इस बयान के बाद विपक्षी पार्टी के लोग हंगामा करने लगे, जिसके बाद सभापति वेंकैया नायडू ने सदन को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।