नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष व प्रख्यात अर्थशास्त्री अरविंद पनगढ़िया ने बोला है कि अमेरिका व चाइना में जारी व्यापारिक तनाव हिंदुस्तान के लिए बड़ा मौका है. उन्होंने सलाह दी कि ऐसी परिस्थितियों में हिंदुस्तान को उन बहुराष्ट्रीय कंपनियों को देश में निवेश के लिए आकर्षित कर सकता है, जो चाइना के बाहर विकल्प तलाश रही हैं.
चाइना के साथ जारी तनाव हिंदुस्तान को अमेरिका के साथ वार्ता करने का मौका देता है. लिहाजा उन्हें कुछ दीजिए व बदले में उनसे कुछ लीजिए. चाइना के बाहर विकल्प तलाश रही कंपनियों को हिंदुस्तान अपने यहां बुलाने के लिए जो कुछ कर सकता है, उसे करना चाहिए.
श्रम सुधारों पर जोर
उन्होंने बोला कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित करने के लिए हिंदुस्तान को श्रम कानूनों व धरती अधिग्रहण से जुड़े सुधारों व उदार बनाना होगा. अमेरिका के साथ आयात शुल्क के बजाए हिंदुस्तान अपने फायदा के लिए विनिमय दर का उपयोग कर सकता है. अगर रुपया थोड़ा व निर्बल होगा तो आपके निर्यातकों के लिए दरवाजे खुलेंगे व शुल्क के नुकसान की भरपाई भी हो जाएगी. यह पूरी तरह हिंदुस्तान के हित में रहेगा.