देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने आरबीआई द्वारा रेपो रेट में कटौती करने के बाद अपने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है. बैंक ने बोला है कि अब होम कर्ज़ को रेपो रेट से लिंक किया जाएगा.
1 जुलाई से लागू होगा नियम
शुक्रवार देर शाम को बैंक ने बयान जारी करते हुए बोला वो अब रेपो रेट के आधार पर अपने होम कर्ज़ की पेशकश करेंगे. यह सुविधा एक जुलाई से प्रारम्भ होगी.
एक लाख से ऊपर के बचत खातों को किया था लिंक
इससे पहले बैंक ने एक मई से एक लाख रुपये से ऊपर के बचत खातों में मिलने वाले ब्याज को रेपो रेट से लिंक किया था. ऐसा करने वाला यह पहला बैंक बन गया था. एसबीआई अबतक बचत खातों में एक लाख रुपये तक रखने वाले लोगों को 3.50 प्रतिशत की दर से ब्याज देता था. बीते 1 मई से इसमें 0.25 प्रतिशत की कटौती हो गई. 1 मई से नयी ब्याज दर 3.25 फीसदी हो गई.
42 करोड़ ग्राहकों पर पड़ेगा असर
बैंक के इस कदम का प्रभाव 42 करोड़ ग्राहकों पर पड़ेगा, जिन्होंने होम कर्ज़ लिया हुआ है. अब जब भी भारतीय रिजर्व बैंक अपने रेपो रेट में परिवर्तन करेगा, उसका प्रभाव तुरंत होम कर्ज़ पर भी पड़ेगा. अगर केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की, तो फिर एसबीआई भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगा.
यह होती है रेपो रेट
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक लोन देता है. बैंक इस लोन से ग्राहकों को लोन देते हैं. रेपो रेट कम होने से मतलब है कि बैंक से मिलने वाले कई तरह के लोनसस्ते हो जाएंगे.