फेसबुक पर कई बार यूजर्स के डाटा को लीक करने के आरोप लगे हैं, लेकिन इसके बावजूद यह यूजर्स का फेवरिट सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म बना हुआ है। आज के समय में अगर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म की बात हो तो सबसे पहले Facebook का नाम आता है। इस वक्त दुनियाभर में 2 अरब से ज्यादा फेसबुक यूजर हैं और हर दिन इसके यूजर्स की संख्या बढ़ रही है।
फेसबुक की सबसे खास बात है कि इसकी सर्विस पूरी तरह से फ्री है और यह यूजर्स से किसी प्रकार के मेंबरशिप की डिमांड नहीं करता। हालांकि, अब ऐसा लग रहा है कि फेसबुक आने वाले समय में यूजर्स से अपनी सर्विसेज के लिए पैसे लेने की शुरुआत करने वाला है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
फेसबुक अकाउंट बनाने के लिए सबसे पहले यूजर्स को मेन पेज पर दिए साइनअप ऑप्शन में जाना होता है। आज से कुछ दिन पहले तक फेसबुक साइनअप ऑप्शन के नीचे ‘It’s Free and always will be’ की टैगलाइन देता था। हालांकि, अब इसे बदल दिया गया है। हाल में स्मार्ट वर्ल्ड नाम के ब्लॉग ने फेसबुक में हुए इस बदलाव को देखा। फेसबुक ने अब अपनी पुरानी टैगलाइन को बदल कर ‘It’s quick and easy’ कर दिया है। वेबैक मशीन के मुताबिक फेसबुक ने इसे 7 अगस्त के आसपास बदला है और भारत में भी फेसबुक के मेन पेज पर हुए इस बदलाव को देखा जा सकता है।
यूजर्स के लिए फ्री होते हुए भी फेसबुक अच्छी कमाई कर रहा है। कंपनी की कमाई का सबसे मुख्य जरिया है ऐडवर्टाइजमेंट। फेसबुक यूजर्स को फ्रेंड्स और फैमिली के साथ कनेक्ट रहने का ऑप्शन तो देता है, लेकिन बदले में वह यूजर्स के पर्सनल डेटा को कलेक्ट भी करता है। इस डेटा को वह दूसरी कंपनियों के साथ शेयर करता है ताकि वे टारगेट यूजर्स को अपने ऐड दिखा कर बिजनस बढ़ा सकें। ये कंपनियां ऐड स्पेस को यूज करने बदले फेसबुक को अच्छे पैसे देती हैं।
फेसबुक में हुए इस बदलाव से यूजर्स में काफी कंन्फ्यूजन की स्थिति पैदा हो गई है। कुछ का कहना है कि फेसबुक द्वारा अचानक किए गए बदलाव से ऐसा माना जा सकता है कि आने वाले समय में कंपनी यूजर्स से पैसे लेना शुरू करने वाली है। वहीं, दूसरी तरफ कुछ का कहना है कि कंपनी के मालिक जकरबर्ग फेसुबक के बिजनस मॉडल में जरूरी बदलाव करना चाह रहे हैं जिसमें यूजर्स को पेड सबस्क्रिप्शन ऑफर किया जाएगा।
इस पूरे मामले में फेसबुक की तरफ से अब तक कोई ऑफिशल बयान नहीं दिया गया है। हालांकि, साइट के मेन पेज पर किया गया यह बदलाव काफी छोटा है, लेकिन इससे यूजर्स को कंन्फ्यूजन हो रहा है। इस बारे में कुछ एक्सपर्ट्स ने कहा कि हो सकता है कि फेसबुक यूजर्स को पेड सबस्क्रिप्शन भी ऑफर करना चाह रहा हो। फ्री फेसबुक के मुकाबले कंपनी फेसबुक के पेड वर्जन में कुछ एक्स्ट्रा फीचर उपलब्ध करा सकती है। फिलहाल फेसबुक की क्या स्ट्रैटिजी है और उसने मेन पेज पर यह बदलाव क्यों किया है इस बारे में पक्के तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता।