मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने शुक्रवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “उन्होंने (कांग्रेस) खेल की शुरुआत की है और हम (बीजेपी) इसे खत्म करेंगे। कांग्रेस सरकार बीएसपी और अन्य पार्टियों के समर्थन से चल रही है, क्योंकि कांग्रेस ने हमसे कुछ सीटें ज्यादा पायी थीं, इसलिए बीजेपी ने नैतिक आधार पर सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया।” चौहान ने कहा कि अब कांग्रेस ने गंदी राजनीति करनी शुरू कर दी है और उसे इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। पूर्व मुख्यमंत्री का यह बयान मध्यप्रदेश में हुई सियासी उठापटक के दो दिन बाद आया है, जहां विपक्षी दल बीजेपी के दो विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने बुधवार को विधानसभा में पेश दंड विधि (मध्य प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2019 के पक्ष में मतदान किया था।गौरतलब है कि कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार गिरने के बाद 2 दिन पहले जब एमपी बीजेपी के नेता यह दावा कर रहे थे कि आलाकमान का इशारा मिलते ही वह कांग्रेस सरकार गिरा देंगे, उसी वक्त सीएम कमलनाथ ने उन्हें जोर का झटका दिया। बीजेपी के 2 विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने एक बिल पर पार्टी के रुख के खिलाफ जाकर कांग्रेस सरकार का साथ दिया। इतना ही नहीं, दोनों विधायकों ने कमलनाथ के नेतृत्व में आस्था जताते हुए कांग्रेस में शामिल होने का संकेत दिया। इसके अलावा, एमपी सरकार के करीबी कंप्यूटर बाबा ने तो यह तक दावा कर दिया कि बीजेपी के 4 अन्य विधायक भी उनके संपर्क में हैं।
बीजेपी सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय संयोजक चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस, एसपी और बीएसपी ने उत्तर प्रदेश और यहां की जनता के लिए कुछ भी नहीं किया। चौहान ने एसपी सांसद आजम खान द्वारा सांसद रामा देवी को लेकर दिये गये बयान की निंदा करते हुये कहा कि इससे लगता है कि वह कुछ मानसिक रूप से बीमार हैं। उन्हें महिलाओं के खिलाफ बदजुबानी पर मजा आता है। कुछ समय पहले उन्होंने बीजेपी की रामपुर से लोकसभा प्रत्याशी जयाप्रदा के खिलाफ भी ऐसी ही बयानबाजी की थी। चौहान ने आजम का बचाव का प्रयास करने के लिए एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव की भी आलोचना की और कहा कि “समाजवादी पार्टी का अब कोई भविष्य नहीं है।”