उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला में जय श्री राम नहीं बोलने पर चार लोगों ने एक 15 वर्षीय मुस्लिम लड़के को आग लगा दी। मामला रविवार रात का है। लड़के को वाराणसी के कबीर चौरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि लड़का 60 प्रतिशत तक जल चुका था और उसकी हालत गंभीर है। अस्पताल के कैमरा में लड़के ने बयान दिया कि जय श्री राम बोलने से मना करने पर उसे आग लगा दी गई। उसने कहा, “मैं दुधारी पुल पर टहल रहा था जब चार लोगों ने मेरा अपहरण कर लिया। उनमें से दो लोगों ने मेरे हाथ बाध दिए और तीसरा व्यक्ति मेरे ऊपर केरोसिन तेल डालने लगा। इसके बाद उन्होंने आग लगा दी और भाग गए।”
उसने बाद में कहा कि उसे ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया गया था। पुलिस हालांकि पूरे मामले को संदिग्ध मान रही है। वाराणसी में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है।
एसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि जांच के दौरान पता चला कि घटनास्थल से 1.5 किलोमीटर दूर एक मजार के पास ये नाबालिग युवक सुबह 4 बजे के पास पहुंचा हो सकता है, पुलिस को वहां पर इस युवक का चप्पल रखा था और अधजले कपड़े मिले हैं। इस बीच एक पत्रकार 4 बजकर 25 मिनट पर वहां पहुंचा. पुलिस के मुताबिक ये पत्रकार सुबह अखबार लेने जा रहा था। पुलिस का दावा है कि पत्रकार ने देखा कि ये लड़का अपने ऊपर तेल लगाकर आग के गोले के रूप में भाग रहा था। उसने इसे पागल समझ लिया। पुलिस के मुताबिक दिनेश मौर्या नाम का ये पत्रकार और चश्मदीद अभी भी मौजूद है और उसका बयान लिया जा सकता है। इस पत्रकार ने बताया कि वहां कोई नहीं था।
चंदौली पुलिस के मुताबिक पीड़ित ने जिस सुनील नाम के कथित आरोपी का नाम लिया है उसके पिता ने पीड़ित के रिश्तेदारों के खिलाफ 2016 में मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस का दावा है कि हो सकता है पीड़ित ने मजार के पास तांत्रिक क्रिया की हो या फिर अंध श्रद्धावश खुद को आग लगा लिया हो। पुलिस मामले की जांच कर रही है।