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मानव जीवन का लक्ष्य सेवा- सुरेश खन्ना

मुरादाबाद। यूपी के वित्त एवम् संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना बोले, दीक्षांत के बाद सेवा ही परम धर्म होना चाहिए। सेवा में ही प्रेम है। स्नेह की शर्त संवेदनशीलता है। अतः हमें जीवन में संवेदनशील होना चाहिए। स्टुडेंट्स का लक्ष्य केवल धन प्राप्ति नहीं, बल्कि निःस्वार्थ लोक सेवा होना चाहिए।

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उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, महान दार्शनिक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन, मिसाइल मैन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, महान कूटनीतिज्ञ चाणक्य के संग-संग श्रीमद भागवत गीता, उपनिषदों और चीन के दार्शनिक कन्फ़्यूशियस के उद्धरणों के हवाले से युवाओं को शिक्षा की उपयोगिता, मानव सेवा, कर्म, स्वावलंबन, माता-पिता, गुरु और अतिथियों के प्रति सम्मान भाव, दोस्ती, उपलब्धियों और अहंकार को विस्तार से परिभाषित किया। साथ ही युवाओं से बोले, बुरे विचारों को मन में आते ही कुचल देना चाहिए, क्योंकि कुविचार हमारे करियर को प्रभावित करते हैं। श्री खन्ना तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत कार्यक्रम-2024 में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

मानव जीवन का लक्ष्य सेवा- सुरेश खन्ना

उन्होंने 51 गोल्ड, 50 सिल्वर और 51 ब्रोंज मेडल्स के संग-संग 19 शोधार्थियों को पीएचडी डिग्री प्रदान की। साथ ही सत्र 2022-23 के 2,500 स्टुडेंट्स को डिग्री से अलंकृत किया गया। इससे पूर्व सुरेश कुमार खन्ना ने भव्य पंडाल में बतौर मुख्य अतिथि मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके दीक्षांत प्रोग्राम का शुभारम्भ किया।

इस मौके पर कृषि मंत्री बलदेव सिंह औलख बतौर अति विशिष्ट अतिथि, टीएमयू पूर्व कुलाध्यक्ष अरविंद गोयल, कुलाधिपति सुरेश जैन, जीवीसी मनीष जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अक्षत जैन, एमएलसी डॉ जयपाल सिंह व्यस्त, एमएलसी डॉ हरि सिंह ढिल्लो, एमएलसी सत्यपाल सिंह सैनी, विधायक रितेश गुप्ता, विधायक ठाकुर रामवीर सिंह, महापौर विनोद अग्रवाल आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही। दीक्षांत कार्यक्रम में फर्स्ट लेडी वीना जैन की भी विशेष उपस्थिति रही।

कार्यक्रम से पूर्व सभी अतिथियों को बुके देकर स्वागत किया गया। अंत में मुख्य अतिथि को कुलाधिपति के संग-संग जीवीसी और ईडी ने माल्यार्पण करके पोट्रेट और स्मृति चिन्ह भेंट किए। शेष सभी अतिथियों को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

दीक्षांत कार्यक्रम में संयोजन से लेकर संचालन तक डीन एकेडमिक्स प्रो मंजुला जैन की भूमिका अति महत्वपूर्ण रही। दीक्षांत समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इससे पूर्व बैंड की धुनों के बीच रजिस्ट्रार डॉ आदित्य शर्मा के नेतृत्व में शैक्षणिक शोभायात्रा निकली, जिसमें गवर्निंग बॉडी, एग्जिक्यूटिव काउंसिल, एकेडमिक काउंसिल के सदस्यों, यूनिवसिर्टी के डीन, डायरेक्टर्स, प्रिंसिपल्स, एचओडीज़, प्रोफेसर्स समेत 180 प्रतिनिधि शामिल रहे।

 

शोभायात्रा में विशेषकर गवर्निंग बॉडी की मेम्बर्स जहान्वी जैन और नंदिनी जैन भी शामिल रहीं। ऋचा जैन की भी गरिमामयी मौजूदगी रही। दूसरी ओर कैंपस में दीक्षांत कार्यक्रम तक एक दर्जन वेलकम स्टाल्स पर पूर्व से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक की भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिली। इन स्टाल्स पर स्टुडेंट्स ने विभिन्न राज्यों की वेश-भूषा में नृत्य के जरिए वहां के सुर, लय और ताल की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।

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दूसरी ओर एल्युमिनाई उत्साह से लबरेज नज़र आए। स्टुडेंट्स के ग्रुप्स में एक-दूसरे के साथ सेल्फी और फोटो लेने की होड़ लगी रही। इन छात्रों ने टैंक के संग-संग कैंपस के अदभुत दृश्यों को अपने-अपने मोबाइलों में कैद किया। शैक्षणिक शोभायात्रा की सैकड़ों छात्रों ने वीडियो भी बनाई। दीक्षांत कार्यक्रम-2024 के प्रारम्भ होने से पहले देश के जाने-माने अर्थशास्त्री एवम् पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को 2 मिनट का मौन रखकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। संचालन डॉ माधव शर्मा ने किया।

परहित सरिस धर्म नहीं भाई…कोविड-19 का जिक्र करते हुए श्री खन्ना बोले, टीएमयू के मल्टी एवम् सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ने हजारों-हजार मरीजों का अविस्मरणीय सेवाभाव से इलाज किया। टीएमयू के कोविड हॉस्पिटल ने न केवल यूपी, बल्कि दीगर सूबों के मरीजों को भी संबल दिया। टीएमयू के इस सेवाभाव के लिए मैं दिल की गहराइयों से कुलाधिपति सुरेश जैन को साधुवाद देता हूं। मेडिकल और नर्सिंग स्टुडेंट्स को विशेष आग्रह करते हुए कहा, आप लोग दूसरों की जिंदगी को बेहतर बनाएं। हर स्थिति में अपने पेशेंट्स के साथ विनम्र रहें। पेशेंट्स का दर्द आपके व्यवहार से ही 50 प्रतिशत तक ठीक हो जाता है।

उन्होंने रामचरित्र मानस की चौपाई- परहित सरिस धर्म नहीं भाई…पर पीड़ा सम नहीं अधमाई…सुनाते हुए साथ ही गीता के 18वें अध्याय का संदर्भ देते हुए कहा, हम अपने स्वाभाविक कर्मों से किसी न किसी की मदद अवश्य करें। बोले, चीनी विचारक कन्फ़्यूशियस का कहना था, मानव सेवा के अतिरिक्त कोई धर्म नहीं है। कुलाधिपति ने किया बापू के स्वावलंबन के सपने को साकार भारत माता की जय…के उद्घोष के संग श्री खन्ना बोले, यूनिवर्सिटी बनाना बड़ा कार्य है। सामान्य व्यक्ति में यदि इच्छाशक्ति और ईमानदारी न हो तो यह कार्य और भी दुश्कर है, लेकिन टीएमयू के कुलाधिपति सुरेश जैन नेे सेवा, संकल्प और समर्पण के बूते पर यूनिवर्सिटी के ड्रीम को साकार किया है।

बोले, महात्मा गांधी का मानना था, शिक्षा स्वावलंबन का माध्यम होना चाहिए। बापू के इस सिद्धांत को टीएमयू के कुलाधिपति सुरेश जैन ने साकार करने का काम किया है। वर्तमान में टीएमयू में पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूरे देश से 16 हजार से अधिक स्टुडेंट्स शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। आज बहुत ही गौरव का दिन है कि 2,500 स्टुडेंट्स को डिग्रियां वितरित होंगी। स्टुडेंट्स से बोले, शिक्षा जीवन का सफर है। हम हर समय कुछ-न-कुछ सीखते रहते हैं।

सफलता को इच्छा, आकांक्षाएं, संघर्ष और धैर्य जरूरी

दुनिया के सबसे ऑथेंटिक थिंकर डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन स्पष्ट कहते थे, शिक्षा केवल ज्ञान के लिए नहीं, वरन समाज के लिए उपयोगी होनी चाहिए। उपनिषदों में कहा गया है, शिक्षा वह है, जो माता-पिता, गुरू और अतिथियों का सम्मान सीखाए। इच्छा, आकांक्षाएं, संघर्ष और धैर्य सफलता दिलाते हैं। कठिन मेहनत के बाद आपको यह डिग्री मिल रही है। चाणक्य कहते हैं, 16 बरस से अधिक के युवा के साथ हमें दोस्ती का व्यवहार करना चाहिए। इसीलिए आज एक दोस्त की तरह से मैं आपसे कहता हूं, हमें अपनी उपलब्धियों पर गर्व करना चाहिए। इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है। हम सभी उपलब्धियों का उल्लेख करना चाहते हैं। हमें एक सावधानी अवश्य रखनी चाहिए, हम कभी भी अहंकार न रखें। ज्ञान का अहंकार तो सभी को होता है, लेकिन अहंकार का ज्ञान नहीं हो पता है। हमें हमेशा संयम रखना चाहिए।

2047 तक हमारा लक्ष्य विकसित भारत

वैश्विक स्तर पर भारत की साख पर मुख्य अतिथि बोले, आज हम विश्व की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। इस क्षेत्र में हमने इग्लैंड को मात दी है। 1980 को आधार वर्ष मानते हुए बोले, चीन की जीडीपी में 61 गुना तो भारत की जीडीपी में 91 गुना वृद्धि हुई है। 2047 तक हमारा लक्ष्य विकसित भारत का है। हम पश्चिम के मुकाबले में पीछे नहीं है। हमने जीरो से लेकर अहिंसा, योग आदि दुनिया को दिया है। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने उम्मीद जताई, नेतृत्व अगर उत्साह जनक हो तो हम बहुत आगे तक जा सकते हैं।

कुलाधिपति बोले, रोज नए गोल के संग साधते हैं कदम

कुलाधिपति सुरेश जैन बोले, हम लक्ष्य तय नहीं करते, बल्कि रोज नया गोल बनाते हैं और अपनी मंजिल की ओर चलते हैं। हमारा लक्ष्य टीएमयू को भारत ही नहीं, बल्कि विश्व की बड़ी यूनिवर्सिटीज़ में शुमार करना है। एल्युमिनाई की हौसलाफजाई के संग-संग उन्हें ताकीद करते हुए बोले, अब आपको रूकना नहीं है। थकना नहीं है। दौड़ें भी तो ऐसे कि ठोकर न लगे। मुख्य अतिथि का टीएमयू परिवार के संग अनमोल रिश्ता बताते हुए बोले, श्री खन्ना जी का टीएमयू सेे फाउंडेशन के वक्त से ही नाता है। वह यूनिवर्सिटी के मेहमान नहीं, बल्कि टीएमयू परिवार के अति महत्वपूर्ण सदस्य हैं। उन्होंने अपने संबोधन में मेहमानों से लेकर एल्युमिनाई के सम्मान में शेर भी पढ़े।

कृषि मंत्री बलदेव सिंह औलख बतौर अति विशिष्ट अतिथि बोले, कुलाधिपति सुरेश जैन ने यूनिवर्सिटी को एक पौधे के रूप में रोपित किया, वह आज विशाल वट वृक्ष बन चुका है। देश और दुनिया में इसके एल्युमिनाई ज्ञान की अलख जगा रहे हैं। पूर्व कुलाध्यक्ष अरविंद गोयल ने बुलंद आवाज में पंडाल में मौजूद हजारों स्टुडेंट्स में देशभक्ति की भावना जागृत की। एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन ने जोशपूर्ण वोट ऑफ थैंक्स में दादाश्री-कुलाधिपति सुरेश जैन और पिताश्री-जीवीसी मनीष जैन के पदचिन्हों, नीतियों और अनुशासन पर चलते हुए यूनिवर्सिटी को वैश्विक बुलंदियों पर पहुंचाने का संकल्प लिया। उन्होंने दीक्षांत प्रोग्राम में अलंकृत स्टुडेंट्स के अभिभावकों का यूनिवर्सिटी के प्रति विश्वास जताने के लिए शुक्रिया अदा किया। इससे पूर्व वीसी प्रो वीके जैन ने यूनिवर्सिटी की प्रगति आख्या पर विस्तार से प्रकाश डाला।

दीक्षांत प्रोग्राम में रही गरिमामयी मौजूदगी

डीएम अनुज कुमार सिंह, एसएसपी सतपाल अंतिल, पूर्व सांसद वीरसिंह, डॉ विशेष गुप्ता, ओमप्रकाश शास्त्री, संजय शर्मा, कमल गुलाटी के संग-संग टीएमयू से अभिषेक कपूर, प्रो एनके सिंह, डीन एकेडमिक्स प्रो मंजुला जैन, प्रो हरवंश दीक्षित, प्रो एमपी सिंह, प्रो आरके द्विवेदी, डॉ प्रदीप अग्रवाल, प्रो सीमा अवस्थी, डॉ ज्योति पुरी, प्रो प्रदीप तांगडे, प्रो अंकिता जैन, प्रो मनु मिश्रा, प्रो विपिन जैन, प्रो नवनीत कुमार, प्रो एसपी सुभाषिनी, प्रो निखिल रस्तोगी, डॉ शिवानी एम कौल, रविन्द्र देव, प्रो सुशील कुमार सिंह, अजय गर्ग, विपिन जैन, मनोज जैन, नीलिमा जैन, पवन जैन आदि की गरिमामयी मौजूदगी रही।

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