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ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फीट प्रतिमा का हुआ अनावरण, CM शिवराज-संतों ने की परिक्रमा

ओंकारेश्वर में गुरुवार को आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार एवं संतों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस भव्य प्रतिमा का अनावरण किया।CM चौहान अस्थायी एलिवेटर से ओंकार पर्वत पर स्थापित इस प्रतिमा स्थान तक पहुंचे। यहां उन्होंने विधि-विधान से पूजा-अर्चना और फिर प्रतिमा की परिक्रमा की। प्रतिमा स्थल के करीब ब्रह्मोत्सव में करीब 5 हजार साधु-संत जुटे हैं। यहां अद्वैत लोक के लिए CM चौहान ने आधारशिला रखी।

‘स्टैच्यू ऑफ वननेस’ का नाम दिया गया

एकात्मकता का प्रतीक इस प्रतिमा को ‘स्टैच्यू ऑफ वननेस’ का नाम दिया गया है। प्रतिमा में आदि शंकराचार्य जी बाल रूप में नजर आ रहे हैं। ओंकारेश्वर आचार्य शंकर की ज्ञान भूमि और गुरु भूमि है। यहीं उनको अपने गुरु गोविंद भगवत्पाद मिले और यहीं चार वर्ष रहकर उन्होंने विद्या अध्ययन किया।

अनावरण से पहले सीएम शिवराज ने किए ट्वीट

प्रतिमा का अनावरण करने से पहले सीएम शिवराज ने आदि शंकराचार्य के बारे में कई ट्वीट किए। उन्होंने कहा, ‘जीव मात्र में एक ही ब्रह्म की सत्ता का दर्शन कर अद्वैत वेदांत का प्रतिपादन करने वाले आदि शंकराचार्य जी ने भारत को जिस सांस्कृतिक धरातल पर एक सूत्र में पिरोया, वह युग-युगांतर के लिए उनका अद्भुत प्रदेय है। एकात्म धाम की स्थापना आचार्य शंकर के महान व्यक्तित्व और कृतित्व के अनुरूप कृतज्ञता ज्ञापन है। हम गौरवान्वित है कि मध्यप्रदेश की धरती पर आध्यात्मिक जगत की इस अप्रतिम विभूति ने ज्ञान प्राप्त कर राष्ट्र को एकात्मता के दिव्य भाव से भर दिया। भावी पीढ़ियां इस अपूर्व स्मारक का दर्शन कर युग-युगांतर तक शंकराचार्य जी के महान अवदान से परिचित होती रहेंगी।’

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