दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने के बाद कोलकाता लौटकर क्वॉरेंटाइन पूरा कर चुके 30 विदेशियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी को पर्यटन वीजा कानून के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कोलकाता पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने गुरुवार को मामले की पुष्टि की है। गिरफ्तार विदेशियों में अधिकतर सिंगापुर, मलेशिया, इराक और इंडोनेशिया के निवासी हैं। कुछ लोग बांग्लादेश के भी हैं। इन सभी की जानकारी पासपोर्ट कार्यालय के अधीनस्थ इमीग्रेशन डिपार्टमेंट से कोलकाता पुलिस ने हासिल की है।
दरअसल अप्रैल महीने की शुरुआत में निजामुद्दीन मरकज (दिल्ली) के बारे में जानकारी मिली थी। उसके बाद खूब हंगामा हुआ। पता चला कि मरकज में शामिल हुए कुछ विदेशी कोलकाता भाग आए हैं। 30 से अधिक लोगों को चिन्हित कर राजारहाट के हज हाउस में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में आइसोलेट किया गया। इनका क्वॉरेंटाइन पीरियड पूरा हो गया तो इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
ये टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे लेकिन मजहबी जलसा और कार्यक्रमों में शिरकत करते रहे। इनके खिलाफ विदेशी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी इनके बारे में जानकारी दे दी गई है। बताया गया है कि कोलकाता और बंगाल के अन्य हिस्सों की मस्जिदों में ये लोग छिपे हुए थे, जिन्हें प्रशासन ने ढूंढ-ढूंढकर क्वॉरेंटाइन किया था।