लखनऊ। चार लाख सरकारी नौकरियां देने के दावे को गलत बताते हुए लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि क्यों प्रदेश सरकार को दो बार रोजगार के सवाल पर किए अपने ट्वीट हटाने पड़े। श्री सिंह ने आगे कहा है कि कामयाबी के झूठे आंकड़ों पर सरकार प्रदेश की जनता का जितना पैसा लुटा रही है, उसे यदि सही मायने में प्रदेश सरकार ने विकास कार्यों पर खर्च किया होता तो इस तरह की प्रचार की जरूरत नहीं होती प्रदेश सरकार का विफल मॉडल रहा।
केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार सिर्फ घोषणानाथ बनकर रह गए हैं पूरे प्रदेश में अपराधी हिस्ट्रीशीटर के हौसले बुलंद है। और सरकार का एक बाल खत्म हो गया किसान आत्महत्या कर रहे हैं। गन्ने का इस सरकार के कार्यकाल में एक रुपए भी दाम नहीं बढ़ाया गया और उनको करोड़ों रुपए का भुगतान नहीं हुआ धान और गेहूं की सरकारी खरीद में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली और बुंदेलखंड जैसे क्षेत्र आज भी पानी के लिए तरस रहे हैं।
बुनकारी समय छोटे मझोले उद्योग तबाह हो गए हैं। प्रदेश में कानून का राज व लोकतंत्र खत्म है सरकार से असहमति व्यक्त करने वालों से राजनीतिक बदला लिया जा रहा है। हाई कोर्ट तक के आदेश भी इस सरकार के लिए कोई मायने मतलब नहीं रखते इसलिए सरकार की जनविरोधी धनात्मक नीतियों के खिलाफ और उसके कार्यकाल की सच्चाई जनता को बताने का काम करती रहेगी। लोकदल पूरे प्रदेश में तीनों काले कृषि कानून व एमएसपी पर कानून बनाने के लिए आयोजित हो रही किसान महा पंचायतों में हिस्सेदारी करता रहेगा।