गोरखपुर। कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अनलॉक दो के दौरान प्रदेश सरकार ने 52 घंटे के लिए लॉक डाउन की घोषणा कर केवल इमरजेंसी सेवाओं व धार्मिक स्थलों को छोड़कर सभी दुकान प्रतिष्ठान दफ्तर बंद कर दुकानों प्रतिष्ठानों दफ्तरों को सैनिटाइजर किया जा रहा। जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।इस दौरान फायर ब्रिगेड व नगर निगम की गाड़ियों को लगाकर भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों और संवेदनशील इलाकों में सैनिटाइजर किया गया।
जिससे कोरोना महामारी को रोका जा सके हैं इसके अलावा आज गली व सकरी इलाकों में भी सैनिटाइजर करने की व्यवस्थाओ से सुसज्जित पूरे शहर व कस्बों में आसानी से सैनिटाइजर कर कोरोना मुक्त शहर को किया जा रहा है जिससे शहर के किसी भी जगह व कोने में कोरोना के लक्षण हो तो सैनिटाइजर से समाप्त हो जाएं । सोडियम हाइपोक्लोराइट सोल्यूशन सुरक्षा के लिए किसी कवच से कम नहीं है। बाजार में अब ये भी बड़ी मुश्किल से मिल रहा है। इन दिनों कोरोना वायरस की धमक के बाद इसकी मांग एकायक बढ़ी है हालांकि चिकित्सालयों में इसे संक्रमण रोधी होने के कारण नियमित इस्तेमाल किया जाता है।
सोडियम हाइपोक्लोराइट एक क्लोरीन यौगिक है, जिसे अक्सर एक निस्संक्रामक या विरंजन एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता है। सोडियम हाइपोक्लोराइट संक्रमित क्षेत्र या जगह को साफ करने के लिए एक डिसइन्फेक्टेंट के रूप में उपयोग किया जाता है। हैंड सेनेटाइजर में आइसोप्रोपाइल एल्कोहल आता है ज्यादातर एंटीसेप्टिक के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
वाणिज्यिक ब्लीच सफाई के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है, ये एक कीटाणुनाशक के घटक हैं। ये एक किटाणु नाशक है।वर्तमान में हॉस्पिटलों से लेकर घरों व ऑफिसों में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ शहर कस्बा व ग्रामीण इलाकों में सैनिटाइजर कराने की व्यवस्था कर रखी है जिससे कोरोना संक्रमण महामारी को रोकने में कारगर साबित हो सके।
रिपोर्ट-रंजीत जायसवाल