लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित किये जा रहे चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कामर्स एवं इकोनाॅमिक सम्मेलन ‘आई.वाई.सी.सी.ई.-2017’ के तीसरे दिन ब्राजील, श्रीलंका, नेपाल व देश के कोने-काने से पधारे बाल अर्थशास्त्रियों ने आज औद्योगिक क्रान्ति के साथ ही साथ हरित क्रान्ति का अभूतपूर्व अलख जगाया। ‘आई.वाई.सी.सी.ई.-2017’ के अन्तर्गत आज जहाँ एक ओर विभिन्न प्रकार के वाणिज्यिक प्रजेन्टेशन व प्रबुद्ध हस्तियों के सारगर्भित विचार-विमर्श ने महोत्सव की महत्ता को उजागर किया तो वहीं दूसरी ओर देश-विदेश के बाल अर्थशास्त्रियों ने एड-वेन्चर (विज्ञापन प्रचार), साउण्ड आॅफ साइलेन्स (सामाजिक जागरूकता), ई-मैनेज (इण्डस्ट्री प्रजेन्टेशन) एवं बी-प्लान (सृजनात्मक विचार) आदि प्रतियोगिताओं में अपने वाणिज्यिक एवं व्यापारिक ज्ञान का अभूतपूर्व प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। ‘आई.वाई.सी.सी.ई.-2017’ के तीसरे दिन की शुरुआत आज देश-विदेश के बाल प्रतिभागियों द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम से हुई।
इस अवसर पर विभिन्न देशों से पधारे छात्रों ने बड़े हर्षोल्लास के साथ वृक्षारोपण कर आद्योगिक क्रान्ति के साथ ही हरित क्रान्ति का बिगुल बजाया एवं संदेश दियाकि सामाज के संतुलित विकास के लिए औद्योगिक विकास व प्राकृतिक संसाधन दोनों ही समान रूप से महत्वपूर्ण है। ‘आईवाईसीसीई-2017’ के तीसरे दिन आज प्रातःकालीन सत्र में डा. एम अशरफ रिजवी, डायरेक्टर, जयपुरिया इन्स्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेन्ट, लखनऊ ने सारगर्भित व्याख्यान से प्रतिभागी छात्रों का मार्गदर्शन किया। डा. रिजवी ने कहा कि वित्तीय सफलता का मुख्य सूत्र है धन का सही उपयोग। समय, धन एवं लोग, किसी भी व्यापार या आर्थिकउद्देश्य के मार्ग में मुख्य संसाधन हैं। उन्होंने छात्रों को मोबाइल तथा लैपटाॅप का न्यूनतम उपयोग करने की सलाह दी।