बड़ों के साथ- साथ आज के समय में बच्चों को भी हैल्थ से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कम उम्र के बच्चों में सफेद बाल हो रहें है। इसके पीछे कई कारण हो सकते है जैसे कि जेनेटिक, न्यूटिशन की कमी और ज्यादा स्ट्रेस लेना आदि। ऐसे में माता-पिता का फर्ज बनाता है कि बच्चों का खास ध्यान रखें। उनपर पढ़ाई या किसी भी चीज को लेकर प्रेशन डालने की जगह उन्हें समझे। बच्चों को किसी प्रकार की चिंता या परेशानी होने पर उसका हल निकालने की कोशिश करें। इसके साथ ही उनकी डाइट पर विशेष ध्यान दें। तो चलिए जानते है कम उम्र में बच्चों के हो रहें सफेद बालों की परेशानी से बचने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। मगर इससे पहले जान लेते है इसके कारणों के बारे में..
जेनेटिक
कम उम्र में बच्चों के बाल सफेद होने का मुख्य कारण जेनेटिक होता है। ऐसे में अगर परिवार का कोई सदस्य इस परशानी से जुझ रहा है तो इसका असर बच्चो पर बडडी आसानी से पड़ जाता है। जैसे अगर माता-पिता के बाल कम उम्र में सफेद हो गए है तो बच्चो को यह परेशानी होने के चांचिस ज्यादा रहते है।
स्ट्रेस
अक्सर माता-पिता अपने बच्चों के ऊपर पढ़ाई का बहुत बोझ डाल देते है जिसके कारण वे हर वक्त सोचते रहते है। कई बच्चे तो स्ट्रेस ले लेते है। ऐसे में उनके बाल तेजी से सफेद होने लगते है।
न्यूट्रीशन की कमी
सही और पौष्टिक आहार न लेने से भी बालों के सफेद होने की परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अपने बच्चों की डाइट का खास ध्यान रखें। उन्हें बाहर का जंक फूड देने की जगह न्यूट्रीशन से भरपूर आहार दें।
प्रोटीन की कमी
खाने में प्रोटीन की कमी के कारण भी बच्चों में कम उम्र में बालों के सफेद होने की समस्या से गुजरना पड़ता है।
दवाइयों का ज्यादा असर
बच्चा का बार-बार बीमार होकर दवाइयों का अधिक सेवन करने से भी बाल जल्दी यानि कम उम्र में ही सफेद होने लगते है।