लखनऊ। पिछले कार्यकाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यटन को प्रोत्साहन देने का अभियान चलाया था। इसके अलावा उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान भी शुरू किया था। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने दो अलग अलग आयोजनों में इन्हीं दोनों बातों पर बल दिया। उन्होने कहा कि सरकार की नीतियों से राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन को अभूतपूर्व बढ़ावा मिला है। नरेंद्र मोदी का मानना था कि भारत की विविधता और धरोहर अद्भुत है। इसमें पर्यटन की असीम संभावना है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी पर्यटन के साथ साथ तीर्थाटन को प्रोत्साहन कि नीति पर अमल किया। इसके सकारात्मक परिणाम हो रहे है। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने भी इसके मद्देनजर सरकारी मशीनरी को प्रेरित किया। राजभवन में बैठक के दौरान उन्होने पर्यटन स्थलों पर सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए।
उन्होने वाराणसी के घाटों की सीढ़ियों को सुविधाजनक बनाने, सभी घाटों पर ग्लोसाइन बोर्ड लगवाने, सभी में एक ही समय पर आरती का आयोजन सुनिश्चित करने,नाविकों को गाइड का प्रशिक्षण देने, नैमिषारण्य का एकीकृत विकास करने, पर्यटन विभाग फूड फेस्टिवल आयोजित करने,सभी प्रकार के पर्यटन स्थलों में जन सुविधाओं के विस्तार,आगरा की दयालबाग रोड को चैड़ा करने, ताजमहल से राधास्वामी मन्दिर मार्ग व यातायात को सुगम बनाने के निर्देश दिए। उंन्होने पर्यटन विभाग का प्रजेंटेशन भी देखा। आनन्दी बेन पटेल उच्च शिक्षा के विद्यर्थियो के लिए आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह समारोह में भी शामिल हुई। उंन्होने बेटियों के सम्मान व शिक्षा को अपरिहार्य बताया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इसी पर बल दिया। उनकी सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया। इसके तहत केंद्र के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी अनेक योजनाएं चलाई। कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश में कन्या सुमंगला योजना का आनन्दी बेन पटेल व योगी आदित्यनाथ शुभारंभ किया था। राज्यपाल ने कहा कि बेटे और बेटी समान है। इनमें कोई अंतर नहीं होना चाहिए। विश्वविद्यालयों व कालेजों में विभिन्न विषयों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर बालकों की तुलना में अधिक गोल्ड मेडल हासिल कर रही हैं। यह स्थिति तब है, जब वे अध्ययन के साथ ही साथ घर का भी कार्य कर रही हैं। बेटियों को शिक्षित होकर आगे बढ़ना चाहिए।
रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री